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Karnataka Crisis Live: कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं की बैठक, भाजपा पर लगाए आरोप

Karnataka Crisis Live कर्नाटक विधानसभा अध्‍यक्ष केआर रमेश कुमार (KR Ramesh Kumar) ने राज्‍यपाल को पत्र लिखकर कहा है कि बागी विधायकों में से कोई भी उनसे नहीं मिला है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 08:13 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 10:25 PM (IST)
Karnataka Crisis Live: कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं की बैठक, भाजपा पर लगाए आरोप
Karnataka Crisis Live: कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं की बैठक, भाजपा पर लगाए आरोप

बेंगलुरु, एजेंसी। Karnataka Crisis Live कर्नाटक की कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार अपनी अंतिम सांसें गिन रही है। मंगलवार को निलंबित कांग्रेस विधायक रोशन बेग ने भी अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया। अब तक गठबंधन के 14 विधायकों के इस्‍तीफे हो चुके हैं। इससे पहले दो निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। इस तरह अब तक 16 विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार का साथ छोड़ दिया है। इनको मंत्रिपद देने का कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर का प्रस्ताव भी बेअसर रहा।

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कर्नाटक में गहराए सियासी संकट के मुद्दे पर राज्‍यसभा में आज लगातार दूसरे दिन भी कांग्रेस सदस्‍यों ने हंगामा किया, जिससे उच्‍च सदन की कार्यवाही पहले दोपहर और बाद में पूरे दिन के लिए स्‍थगित करनी पड़ी। विधानसभा अध्‍यक्ष को आज विधायकों के इस्‍तीफों पर आज फैसला लेना था लेकिन उन्‍होंने पूरे वाकए को गहराई से समझने की बात कही है। इस बीच कांग्रेस नेता एवं राज्‍य के पूर्व मुख्‍यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि वह विधानसभा अध्‍यक्ष से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल विधायकों को अयोग्‍य करार देने की मांग करेंगे।

वहीं कांग्रेस ने इस संकट को थामने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने अब वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और बीके हरिप्रसाद (BK Hariprasad) को बेंगलुरु भेजने का फैसला किया है। दोनों नेता जल्‍द बेंगलुरु रवाना हो जाएंगे। इस बीच बागी विधायकों ने साफ कर दिया है कि वे अपना फैसला नहीं बदलेंगे। उन्‍होंने कहा कि हम अपना इस्‍तीफा वापस नहीं लेने जा रहे हैं। मौजूदा सरकार में मंत्री बनने का कोई औचित्‍य नहीं रह गया है क्योंकि कांग्रेस सरकार की स्थिरता को आसानी से हिलाया जा सकता है। सनद रहे कि गठबंधन ने अपने शीर्ष संकटमोचक डीके शिवकुमार को बागी विधायकों को मनाने की जिम्‍मेदारी सौंपी थी। लेकिन अब तक की कोशिशों में उन्‍हें नाकामी ही हाथ लगी है। 

Live Update-

09.52PM: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक के बाद एक राज्य, सभी विपक्षी सरकारें इसी तरह उथल-पुथल हो रहीं हैं और भारत सरकार इसके लिए राज्यपाल का इस्तेमाल कर रही है। अरुणाचल प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक राज्यपाल डिफेक्टरों का पक्ष लेते हैं और कांग्रेस से बाहर आने में उनकी मदद करते हैं। हम देश से अपील करते हैं कि लोकतंत्र को बचाने में हमारा साथ दें। 

09.50PM: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिस ढंग से राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रपति और राज्य स्तर पर राज्यपाल जिस तरह से पेश आ रहे हैं, उससे पूरे देश में गुस्से का माहौल है। इस देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है। 

08.40PM: कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने कहा कि भाजपा ने हमारे विधायकों का अपहरण कर लिया और उनको गन प्‍वांइट पर रखा है। उनके मोबाइल फोन को छीन लिया गया है। यहां तक कि वे उनके परिवार वालों से भी बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उनको छोड़ दिया जाए तो वे हमारे पास लौट आएंगे। 4-5 लोग उन पर लगातार नजर रख रहे हैं। 

08.25PM: बेंगलुरु में कांग्रेस नेताओं की बैठक चल रही है, जिसमें केसी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आज़ाद, सिद्धारमैया, दिनेश गुंडू राव, मल्लिकार्जुन खड़गे, ईश्वर खंद्रे और जमीर अहमद समेत अन्य कांग्रेसी नेता शामिल हैं। 

08.15PM: भाजपा के विधायक अरविंद लिंबावली ने कहा कि बीएस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में कर्नाटक बीजेपी के विधायकों की एक बैठक हुई थी जिसमें यह तय किया गया था कि जिला मुख्यालय पर कल सीएम के तुरंत इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रर्दशन किया जाएगा। आज हमने तय किया है कि कल 11 बजे सुबह विधान सोधा के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 

08.10PM: कर्नाटक भाजपा के विधायक अरविंद लिंबावली ने कहा कि भाजपा का प्रतिनिधिमंडल कर्नाटक के राज्यपाल से एक बजे मुलाकात करेगा। हम राज्यपाल का तुरंत हस्तक्षेप इस मामले में चाहते हैं। राज्यपाल और स्पीकर से कल बैठक के बाद आगे की चीजें तय की जाएंगी। 

06.35PM: कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री एचडी कुमारस्‍वामी ने मंगलवार को कृष्णा भाग्य जल निगम, कावेरी नीरावरी निगम लिमिटेड (सिंचाई निगम) और कर्नाटक सिंचाई निगम के निदेशक मंडल की बैठक की। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री डीके शिव कुमार भी मौजूद रहे।  

05.15PM: भाजपा के विधायक कर्नाटक विधानसभा के अध्‍यक्ष केआर रमेश से मिलने के लिए उनके ऑफिस गए थे। उनके वहां नहीं होने से उन्‍हें वहां वापस आना पड़ा।  

05.10PM: सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक के सीएम कुमारस्‍वामी ने जेडीएस के विधायकों को बेंगलुरू के गोल्‍फशरीन क्‍लब में चार दिन रहने की सलाह दी।

04.50PM: बेंगलुरू में विधानसभा अध्‍यक्ष से मिलने जाने वाले भाजपा विधायक बासवराज बोम्‍मई ने कहा है कि हम उनसे मिलने के लिए गए थे लेकिन वे वहां नहीं थे। हमें एक संदेश मिला है कि वे आज नहीं आ रहे हैं इसलिए हम निकल गए।  

15.07PM: कर्नाटक विधानसभा अध्‍यक्ष केआर रमेश कुमार (KR Ramesh Kumar) ने राज्‍यपाल को पत्र लिखकर कहा है कि बागी विधायकों में से कोई भी उनसे नहीं मिला है। मुझे आशा है कि मैं सांविधानिक मानदंडों का पालन करूंगा। अब तक जो इस्‍तीफे हुए हैं उनमें से आठ कानून के मुताबिक नहीं है। मैंने बागी विधायकों को मिलने के लिए समय दिया है। 

14.27PM: मुख्‍यमंत्री एचडी कुमारस्‍वामी के इस्‍तीफे की मांग को लेकर भाजपा ने राज्‍यव्‍यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी भाजपा के खिलाफ विधानसभा परिसर में महात्‍मा गांधी के स्‍टैच्‍यू के सामने प्रदर्शन किया। 

14.27PM: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता डीवी सदानंद गौड़ा (DV Sadananda Gowda) ने कहा कि इस संकट के पीछे भाजपा का हाथ नहीं है। खुद कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने अपनी ही सरकार पर अविश्‍वास जताया है। इससे पहले कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि मौजूदा संकट के पीछे राज्‍य के नेताओं के साथ अमित शाह और नरेंद्र मोदी जैसे राष्‍ट्रीय भाजपा नेताओं का भी हाथ है। 

13.40PM: मुंबई में जेडीएस नेता नारायण गौडा ने कहा कि हमने विधायक पद से इस्‍तीफा दे दिया है। कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री ने विधायकों से बिना राय लिए अमेरिका का दौरा किया। राज्‍य में विकास के काम नहीं हो रहे हैं। हम मुंबई में दो दिन रुकने के बाद वापस लौटेंगे। 

13.35PM: कांग्रेस नेता एसटी सोमशेखर (ST Somashekhar) ने मुंबई में कहा कि मेरे साथ कुल 10 विधायकों ने अपना इस्‍तीफा विधानसभा अध्‍यक्ष और राज्‍यपाल को सौंपा है। हम कांग्रेस पार्टी में ही रहेंगे। हमें मंत्री पद की इच्‍छा नहीं है। कर्नाटक के लोग सरकार के मंत्रियों को पसंद नहीं करते हैं। 

12.50PM: कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि हम चाहते हैं कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल विधायकों को बर्खास्‍त कर दिया जाए। बागी विधायकों ने भाजपा से साठगांठ कर ली है। मैं विधायकों से अनुरोध करता हूं कि वे आएं और अपना इस्तीफा वापस लें। हमने उन्हें अयोग्य घोषित करने के लिए स्पीकर के समक्ष याचिका दायर करने और इस्तीफा स्वीकार नहीं करने की गुजारिश करने का फैसला लिया है।

12.20PM: Karnataka political crisis का मसला मंगलवार को संसद में भी उठा। राज्‍यसभा में कांग्रेस सदस्‍यों ने इसके पीछे भाजपा की साजिश बताते हुए हंगामा किया जिसकी वजह से उच्‍च सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्‍थगित करनी पड़ी। 

12.10PM: कर्नाटक विधानसभा अध्‍यक्ष केआर रमेश ने कहा कि मैं संविधान के अनुरूप कार्य करूंगा। कुछ नियम हैं जिनका पालन करते हुए फैसला लिया जाएगा। विधानसभा अध्‍यक्ष को जिम्‍मेदारी से व्‍यवहार करना चाहिए। जहां तक विधायकों के इस्‍तीफे स्‍वीकारने का सवाल है। इस मामले में किसी समय सीमा का उल्‍लेख नहीं किया गया है। यदि विधानसभा अध्यक्ष को यह यकीन हो कि इस्तीफा स्वैच्छिक है तो वह इसे स्वीकार कर सकता है। मुझे अभी पूरे मामले को देखना है...

11.25AM: कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एमटीबी नागराज (MTB Nagaraj) नहीं पहुंचे। उन्‍होंने बीमार होने का हवाला दिया है। कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को सर्कुलर जारी करके नौ जुलाई को विधायक दल की बैठक में पहुंचने को कहा था। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो नौ जुलाई की बैठक में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक नहीं लौटते हैं तो पार्टी कड़े निर्णायक फैसले के विकल्प पर भी गौर कर सकती है। 

11.15AM: कर्नाटक कांग्रेस के अध्‍यक्ष दिनेश गुंडू राव (Karnataka Congress President Dinesh Gundu Rao) ने कहा कि मैं सरकार की स्थिरता को लेकर आश्‍वस्‍त हूं। वहीं डीके शिवकुमार ने कहा कि राजनाथ सिंह और बीएस येदियुरप्‍पा कह रहे हैं कि हमें कर्नाटक के सियासी संकट में कोई दिलचस्‍पी नहीं लेकिन वह अपने पीए को हमारे सभी मंत्रियों को लेने के लिए भेज रहे हैं। 

11.00AM: कर्नाटक विधानसभा के अध्‍यक्ष केआर रमेश कुमार ने कहा है कि मौजूदा राजनीतिक संकट से मेरा कोई लेना देना नहीं है। मैं संविधान के अनुसार काम कर रहा हूं। अभी तक किसी भी विधायक ने मुझसे मिलने का समय नहीं मांगा है। यदि कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मैं उससे कार्यालय में मौजूद हूं। 

बहुमत का गणित
निलंबित कांग्रेस विधायक रोशन बेग के अपने पद से इस्‍तीफे के साथ अब तक गठबंधन के 14 विधायकों के इस्‍तीफे हो चुके हैं। इससे पहले दो निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। नए घटनाक्रम से राज्‍य में गठबंधन सरकार के पास केवल 102 विधायकों का समर्थन रह गया है जबकि भाजपा के समर्थन में 107 विधायक हैं। यदि 14 विधायकों को कांग्रेस और जदएस मनाने में नाकाम रहते हैं तो सभी का इस्तीफा मंजूर होने के बाद सदन में बहुमत के लिए 106 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी जो भाजपा के पास है।


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