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Karnataka Crisis: कर्नाटक विधानसभा में हंगामे के बाद लगाई गई धारा 144, जारी है सियासी घमासान

Karnataka Political Crisis कर्नाटक विधानसभा में भाजपा-जेडीएस के नेताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया थावहीं अब विधानसभा के आस-पास धारा 144 लागू कर दी गई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 10 Jul 2019 08:11 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jul 2019 12:11 AM (IST)
Karnataka Crisis: कर्नाटक विधानसभा में हंगामे के बाद लगाई गई धारा 144, जारी है सियासी घमासान
Karnataka Crisis: कर्नाटक विधानसभा में हंगामे के बाद लगाई गई धारा 144, जारी है सियासी घमासान

बेंगलुरू, एजेंसी। Karnataka Political Crisis कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार बचाने के लिए दोनों ही दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। राज्‍य के मंत्री डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) और जेडीएस के विधायक शिवलिंगे गौड़ा (Shivalinge Gowda) बागी विधायकों को मनाने मुंबई के होटल पहुंचे जहां पुलिस ने उन्‍हें रोक दिया और अब उन्हें रिहा कर दिया गया है। 

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- कर्नाटक में 11 से 14 जुलाई तक राज्‍य विधानसभा में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके तहत विधानसभा में चार से अधिक लोग एक साथ इकट्ठे नहीं हो सकते हैं।

- राज्य में मचे सियासी बवाल के बाद बुधवार को कर्नाटक विधानसभा में हंगामा भी शुरु हो गया है।

- मुंबई में कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार सुरक्षित रहेगी, मुझे पूरा विश्वास है कि इस्तीफा देने वाले सारे विधायक फिर से वापस आ जाएंगे। इनमें से कोई भी विधायक पार्टी नहीं छोड़ रहा है।

- मिलिंद देवड़ा का कार्यालय से कहा गया कि मिलिंद देवड़ा और अन्य कांग्रेस नेताओं को रिहा कर दिया गया है। पुलिस डीके शिवकुमार को हवाई अड्डे पर ले जा रही है और उन्हें जबरन बेंगलुरु वापस भेजा जा रहा है।
 

- वहीं, कांग्रेस विधायक डॉ. के सुधाकर और एमटीबी नागराज ने भी राजभवन पहुंच कर अपना इस्तीफा दे दिया है।

- कर्नाटक में मचे सियासी बवाल पर सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि मैनहैंडलिंग मंत्री और विधायक मुंबई पुलिस से बहुत परेशान हैं। महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस तरह के जल्दबाजी में काम करने से भाजपा पर संदेह मजबूत होता है। यह हमारे देश के गणतंत्र पर एक काला धब्बा है।

- इस बीच, मुंबई के होटल ने आपात स्थितियों का हवाला देते हुए डीके शिवकुमार की बुकिंग रद कर दी है। मुंबई पुलिस ने होटल के समीप धारा-144 लगा दी है। निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद होटल के बाहर बैठे डीके शिवकुमार और मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इनको कलीना यूनिवर्सिटी के विश्राम गृह ले जाया गया है। 

हिरासत में लिए गए गुलाम नबी आजाद 
बेंगलुरु में वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) को हिरासत में ले लिया गया है। वह राजभवन के नजदीक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) पैरवी करेंगे। कांग्रेस आला कमान ने कल गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद को आनन-फानन में दिल्ली से बेंगलुरु भेजा था। सूत्रों ने बताया कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन नेताओं से कहा है कि वे कर्नाटक संकट सुलझाएं और राज्य में अपनी सरकार बचाएं। 

धरने पर बैठे येदियुरप्‍पा  
इस बीच, भाजपा नेता एवं राज्‍य के पूर्व मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा ने विधानसभा के सामने धरना दिया। वह दोपहर बाद विधानसभा अध्‍यक्ष से भी मिले। उन्‍होंने कहा कि डीके शिवकुमार द्वारा विधायकों का इस्‍तीफों को फाड़ना अक्षम्‍य है। विधानसभा का सत्र 12 जुलाई से शुरू हो रहा है। यह अवैध सत्र है क्‍योंकि गठबंधन सरकार अपना बहुमत खो चुकी है। येदियुरप्‍पा गवर्नर से भी मुलाकात करने वाले हैं। मंगलवार को कांग्रेस के निलंबित विधायक आर. रोशन बेग ने भी इस्तीफा दे दिया। इस तरह बागी कांग्रेस विधायकों की संख्या 11 और गठबंधन के कुल असंतुष्ट विधायकों की संख्या 14 हो गई है।  

बागी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, सुनवाई कल 
दूसरी ओर बागी विधायकों ने विधानसभा अध्‍यक्ष पर इस्‍तीफे स्‍वीकार करने में देरी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। विधायकों ने विधानसभा अध्‍यक्ष पर संवैधानिक कर्तव्‍यों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने पद से इस्‍तीफा दे चुके इन विधायकों की याचिका पर संज्ञान लिया है।सुप्रीम कोर्ट कल मामले की सुनवाई करेगा। बता दें कि कल विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने कहा था कि 13 विधायकों में से आठ विधायकों के इस्तीफे निर्धारित प्रारूप के मुताबिक नहीं हैं।  

डीके शिवकुमार को रोका, धारा-144 लगाई 
कांग्रेस नेता एवं राज्‍य के मंत्री डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) जब मुंबई में बागी विधायकों से मिलने पहुंचे तो पुलिस उन्‍हें होटल के गेट से दूर लेकर गई। उन्‍होंने कहा कि राजनीति में कोई दोस्त और कोई दुश्मन नहीं हैं। कोई भी कभी बदल सकता है। मैं उनसे (बागी विधायकों) से संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने यहां एक कमरा बुक किया है। मेरे मित्र यहां रुके हुए हैं। एक छोटी-सी समस्या है और हमें इस पर बातचीत करनी है। हम तुरंत अलग नहीं हो सकते हैं। मैं अपने नाराज साथियों से मिले बिना नहीं जाऊंगा। वहीं, मुंबई पुलिस ने कहा है कि कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को बस उस होटल के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा जहां कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायक ठहरे हैं। उनको होटल के गेट से पहले नहीं रोका जाएगा। पुलिस की ओर से पवई इलाके में होटल के आस पास धारा-144 लगा दी गई है। 

बागियों ने ठुकराई बातचीत की पेशकश 
होटल में रुके हुए बागी विधायकों ने पुलिस को लिखे पत्र में कहा है कि ऐसी खबर है कि मुख्‍यमंत्री एचडी कुमारस्‍वामी और मंत्री डीके शिवकुमार होटल आ रहे हैं। इससे हमें खतरा महसूस हो रहा है। बागी कांग्रेस विधायक रमेश जरकीहोली (Ramesh Jarkiholi) ने मंगलवार को कहा कि हमें डीके शिवकुमार से बातचीत करने में कोई दिलचस्‍पी नहीं है। भाजपा के किसी भी नेता ने हमसे मुलाकात नहीं की है। इससे पहले जेडीएस नेता नारायण गौड़ा के समर्थकों ने 'गो बैक, गो बैक' के नारे लगाए। होटल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

विधानसभा में दलीय स्थिति
कुल सीटें- 224
कांग्रेस- 78
जदएस- 37
बसपा- 01
निर्दलीय- 02
भाजपा - 105
(स्पीकर अतिरिक्त)

इस्‍तीफों पर फंसा पेच
विधासभा अध्यक्ष ने बताया कि रोशन बेग का इस्तीफा मंगलवार को ही दाखिल किया गया है इसलिए उन्होंने अभी उसकी स्क्रूटनी नहीं की है। उन्‍होंने कहा कि जिन पांच विधायकों के इस्तीफे निर्धारित प्रारूप के मुताबिक हैं उनमें से तीन को उन्होंने 12 जुलाई को निजी सुनवाई के लिए तलब किया है। 13 और 14 जुलाई को अवकाश है इसलिए बाकी दो विधायकों को उन्होंने निजी सुनवाई के लिए 15 जुलाई को बुलाया है। उन्‍होंने कहा कि वह संबंधित नियम देखेंगे और घटनाक्रमों पर वरिष्ठों से विचार-विमर्श करेंगे, उसके बाद ही फैसला करेंगे कि इस्तीफे स्वीकार किए जा सकते हैं या अलग तरह की कार्रवाई की जरूरत है। बता दें कि विधानसभा का सत्र 12 जुलाई से शुरू हो रहा है।


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