...तो क्या कुमारस्वामी ने राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को कर दिया खारिज!
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि पूरे देश का वातावरण पिताजी के अनुकूल है और सब चाहते हैं कि वह ही पीएम बनें।
बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने एक सभा के दौरान यह कहकर सबको चौंका दिया कि अगर आप कांग्रेस को आशीर्वाद दें, तो इस बार एक कन्नड़ प्रधानमंत्री बन सकता है। इस देश में कुछ भी हो सकता है तो यह क्यों नहीं हो सकता? ये कुमारस्वामी ही थे, जिन्होंने कहा था कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के लिए उपयुक्त हैं। लेकिन अब कुमारस्वामी के सुर बदले नजर आ रहे हैं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अपने बयान 'अगर आप कांग्रेस और जेडीएस को कम से कम 20-22 सीटें कर्नाटक में एक बार फिर दिलवा देते हैं, तो उस पद (प्रधानमंत्री) पर फिर एक कन्न्डिगा (कन्नड़भाषी) बैठ सकता है' के बारे में कहा, 'इस देश में कुछ भी हो सकता है। यह क्यों नहीं हो सकता?'
इससे पहले कुमारस्वामी ने मंगलवार को मांड्या में चुनावी अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके पिता और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा प्रधानमंत्री के पद की दौड़ में हैं और वह किसी भी कीमत पर अभिनेता से नेता बने एमएच अंबरीश की पत्नी सुमलता को मांड्या लोकसभा सीट नहीं देंगे।
इस सभा में कुमारस्वामी ने कहा, 'पूरे देश का वातावरण पिताजी के अनुकूल है और सब चाहते हैं कि वह ही पीएम बनें।' सीएम जिले में 5,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने पहुंचे थे। वह बोले, 'अगर लोग कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन को सपॉर्ट करते हैं और कर्नाटक की 28 में से 20-22 सीटों पर हमें जीत मिलती है तो पिताजी का पीएम बनना तय है। आज की राजनीतिक स्थिति वैसी ही है, जैसी 1996 में थी।'
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का टीएमसी के साथ और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन के रास्ते को खुला रखने की बात पर सहमति बनी। हालांकि उत्तर प्रदेश में अभी इस मुद्दे पर कोई प्रगति नहीं हुई, जहां एसपी-बीएसपी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। बुधवार को विपक्षी दलों की बैठक में इसके लिए कांग्रेस से सकारात्मक पहल करने की मांग क्षेत्रीय दलों ने की। सभी दलों के सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नए सिरे से उन दलों के साथ गठबंधन करने की दिशा में सकारात्मक पहल करने की बात मानी। राहुल गांधी ने नेताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल और दिल्ली दोनों राज्यों की पार्टी इकाई गठबंधन के खिलाफ है।
दअसल, महागठबंधन में अभी तक प्रधानमंत्री पद के लिए आम सहमति नहीं बन पाई है। कई दल कह रहे हैं कि राहुल गांधी इस पद के लिए प्रबल दावेदार हैं। लेकिन महागठबंधन की कई बड़ी पार्टियों का कहना है कि प्रधानमंत्री पद की दावेदारी लोकसभा चुनाव के बाद तय होनी चाहिए।