सिद्धारमैया ने कुमारस्वामी को बताया गिद्ध, कर्नाटक में उपचुनावों से पहले कांग्रेस-JDU में टकराव
पंद्रह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार गिरने के मुद्दे पर दो पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और एचडी कुमारस्वामी भिड़ गए।
बेंगलुरु, प्रेट्र। कर्नाटक में सियासी नाटक उपचुनावों से पहले फिर शुरू हो गया है। पंद्रह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार गिरने के मुद्दे पर दो पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और एचडी कुमारस्वामी भिड़ गए। सिद्दरमैया ने एक ट्वीट में कहा कि चार दशकों के राजनीतिक अनुभव के बावजूद मैंने गिद्ध को तोता समझने की गलती की और उनसे गठबंधन किया। इस पर कुमारस्वामी ने कहा कि मैं कांग्रेस आलाकमान की मर्जी से मुख्यमंत्री बना था और यही बात सिद्दरमैया बर्दाश्त नहीं कर सके, जिसके चलते सरकार लंबी नहीं चल सकी।
सिद्दरमैया ने हुबली में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि कुमारस्वामी समझदारी से बात नहीं करते हैं। जदएस विधायक और कुमारस्वामी की कैबिनेट में मंत्री रहे जीटी देवेगौड़ा का हवाला देते हुए कहा कि कुमारस्वामी ने लोकसभा चुनाव के दौरान मैसूर और चामराजनगर में भाजपा प्रत्याशियों को वोट देने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि अब उपचुनाव आ गए हैं तो वे नाटक कर रहे हैं। बातचीत के दौरान सिद्दरमैया ने एक लोकप्रिय कन्नड़ गीत का हवाला दिया, जिसमें मालिक एक तोते का पालन-पोषण करता है, लेकिन बाद में वही तोता विश्वासघात करता है। कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें उन्होंने तुमकुरु में अपने पिता एचडी देवेगौड़ा, मांड्या में अपने बेटे निखिल कुमारस्वामी और कोलार में कांग्रेस उम्मीदवार केएच मुनियप्पा की हार के लिए सिद्दरमैया को दोषी ठहराया था।
मैं सिद्दरमैया का पाला तोता नहीं हूं: कुमारस्वामी
चेन्नापटना में कुमारस्वामी ने कहा कि सिद्दरमैया ने अपने पार्टी के विधायकों से कहा था कि वह लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन सरकार को एक सेकेंड भी चलने नहीं देंगे। वहीं सिद्दरमैया के ट्वीट पर कुमारस्वामी ने कहा कि मुझ पर विश्वासघात का आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता ने उन देवेगौड़ा को धोखा दिया है, जिनकी छत्रछाया में राजनीति सीखी है। मुझे नहीं पता कि सरकार क्यों गिरी। मैं सिद्धरमैया द्वारा पाला गया तोता नहीं हूं, मेरा पालन-पोषण रामनगर के लोगों ने किया है। उन्हीं के आशीर्वाद से आज मैं राज्य की राजनीति में इस मुकाम तक पहुंचा हूं। बता दें कि कुछ दिनों पहले जदएस के संरक्षक देवेगौड़ा और सिद्दरमैया ने गठबंधन सरकार के पतन के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया था।
उपचुनाव के बाद फिर बदल सकती है राज्य की राजनीति: कुमारस्वामी
पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का मानना है कि 15 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के बाद राज्य की राजनीति में एक बार फिर से उठापटक शुरू हो सकती है। मैसूर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव सरकार और सभी राजनीतिक दलों के लिए एसिड टेस्ट होंगे। देखते हैं 24 अक्टूबर को मतगणना के बाद क्या नया राजनीतिक ड्रामा होता है। बता दें कि जदएस संरक्षक एचडी देवेगौड़ा और कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दरमैया लगातार राज्य में मध्यावधि चुनाव की बात कर रहे हैं।