'सेना का अपमान करने वालों का हो सामाजिक बहिष्कार'
सेना को आसान निशाना बनाने वालों को बेनकाब करना है। कारगिल विजय दिवस के कार्यक्रम में बोले डॉ. जितेंद्र सिंह।
नई दिल्ली (जागरण संवाददाता)। सेना को आसान निशाना बनाने वालों को बेनकाब करना है। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम द्वारा कांस्टीट्यूशन क्लब में कारगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने यह बात कही। वे इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि सेना सबसे आसान निशाना बन गई है। दिल्ली और देश के अन्य हिस्से में बैठकर तथाकथित बुद्धिजीवी सुरक्षाबलों पर निशाना साधते रहते हैं। संवैधानिक पदों पर बैठे कुछ लोग आतंकियों के घर जाते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। इसमें हमें बदलाव लाना होगा। आतंकियों से सहानुभूति रखने वालों को हमें बेनकाब करना है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने जनता से अपील करते हुए कहा कि ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए, जो हमारी सेना का अपमान करते हैं। शहीदों का कर्ज कोई भी नहीं चुका सकता है। अदम्य साहस व वीरता से भरे भारत मां के सपूतों ने जिस प्रकार विषम परिस्थितियों में दुश्मनों के छक्के छुड़ाए, उसका दूसरा उदाहरण मिलना मुश्किल है।
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) विनोद भाटिया ने बताया कि कैसे 19 साल पहले कारगिल की चोटी पर तिरंगा फहराया गया था। कैसे कठिन हालात में हमारे जवानों ने पाकिस्तान से लोहा लिया और इस युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। कर्नल (रिटायर्ड) केके शर्मा ने भी कारगिल युद्ध के महानायकों की गौरवगाथाएं विस्तार से सुनाई। युद्ध के अमर नायक सौरभ कालिया, विक्रम बत्रा व विजयंत थापर के पराक्रम से रूबरू कराया। कार्यक्रम का संचालन महेंदर मेहता ने किया।