नरोत्तम मिश्रा का कमलनाथ पर आरोप, बोले- गरीबों का पैसा गांधी फैमिली पर लुटा दिया
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के गरीब लोगों का पैसा लूटकर जघन्य अपराध किया है।
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने एक बार फिर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) पर निशाना साधा है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के गरीब लोगों का पैसा लूटकर जघन्य अपराध किया है। हमारी सरकार कांग्रेस के बेहिसाब लेनदेन के पूरे मामले का संज्ञान लेकर विशेषज्ञों से राय लेगी। हम इनकम टैक्स विभाग से रिकॉर्ड मांगकर ईओडब्ल्यू से जांच कराने पर विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के इतिहास की भ्रष्टतम सरकार थी। अब मीडिया में भी मध्य प्रदेश से कांग्रेस मुख्यालय को भेजी गई बेहिसाब नकदी का खुलासा हुआ है। कमलनाथ जी प्रदेश की जनता के सोशल वेलफेयर का पैसा गांधी फैमिली के वेलफेयर पर लुटा रहे थे ताकि कुर्सी सलामत रहे।
Kamal Nath has committed a heinous crime by looting the money of MP's poor people. Our govt will take note of this corruption & consult specialists as well as the Income Tax department. We're contemplating action in corruption cases through EOW: MP Home Minister Narottam Mishra pic.twitter.com/LBAiMZQWdP— ANI (@ANI) November 24, 2020
दरअसल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2016 से लेकर 2019 तक कांग्रेस मुख्यालय में 106 करोड़ रुपये भेजने की बात सामने आई है। इसी को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और कमलनाथ पर निशाना साधा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसको लेकर आयकर विभाग ने 408 पन्नों का डोजियर तैयार किया है, जिसके तहत 13 फरवरी से 4 अक्टूबर 2019 के बीच 74.62 करोड़, अप्रैल 2017 से सितंबर 2019 के बीच 5.22 करोड़ और अगस्त 2016 से सितंबर 2016 के दौरान 26.50 करोड़ रुपये नई दिल्ली के अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पहुंची।
इसके अलावा उन्होंने 'अ सुटेबल ब्वॉय' में मंदिर परिसर में फिल्माए गए एक चुंबन के दृश्य को लेकर कहा कि अधिकारियों को राज्य के सभी धार्मिक स्थान जो शूटिंग के लिए चिन्हित हैं वहां रिकॉर्डिंग के लिए निर्देशित किया है, ताकि किसी आपत्तिजनक दृश्य का फिल्मांकन न हो सके। अगर फिल्मांकन होता है तो निर्माता-निर्देशक की गलती मानी जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि उसमें कुछ भी 'सुटेबल' नहीं लगा मुझे। हमारे मंदिर के अंदर कोई भी चुंबन का दृश्य फिल्माया जाए और पीछे से रामधुन बजाई जाए मैं इसको अच्छा नहीं मानता, इसके लिए अन्य स्थान भी हैं।
उन्होंने बताया कि ज़ेल विभाग में हमारे 4000 पैरोल बंदी हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के मद्देनज़र इनकी पैरोल 60 दिन यानि और दो महीनों के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने तय किया है कि पुलिस भर्ती में अगली महिला आरक्षक की भर्ती 155 सेंटी मीटर की ऊंचाई पर होगी।