Ayodhya Rammandir: कमल नाथ ने विज्ञापन के जरिए राजीव गांधी को दिया श्रीराम मंदिर निर्माण का श्रेय
कमलनाथ ने कहा कि नवंबर 1986 में राजीव गांधी ने ही श्रीराम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी और तब केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह को शिलान्यास में शामिल होने के लिए भेजा था।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमल नाथ ने पूर्व पीएम राजीव गांधी के 76वें जन्मदिवस पर विज्ञापन जारी कर उन्हें श्रीराम मंदिर निर्माण की नींव रखने वाला पहला शिल्पी बताया। कमल नाथ ने कहा कि उन्होंने अपनी चेन्नई में आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अयोध्या में ही श्रीराम का मंदिर बनेगा। उन्होंने ही 1986 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह को मनाकर श्रीराम जन्मभूमि स्थल के ताले खुलवाए और भक्तों को भगवान श्रीराम के दर्शन का अवसर दिया।
कहा- अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की नींव पूर्व प्रधानमंत्री ने रखी थी
नवंबर, 1986 में राजीव गांधी ने ही श्रीराम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी और तब केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह को शिलान्यास में शामिल होने के लिए भेजा था। ज्ञात हो कि कमल नाथ इससे पहले भी कई मौकों पर सॉफ्ट हिंदुत्व की लाइन लेते नजर आए हैं। श्रीराम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन से पहले उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हनुमान चालीसा का पाठ करने की अपील की थी।
कमल नाथ के धार्मिक आयोजन
2018 के विधानसभा चुनाव में कमल नाथ ने राहुल गांधी के साथ चित्रकूट के मंदिर में तो लोकसभा चुनाव के समय प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में पूजा की थी। मध्य प्रदेश में सरकार बनने के बाद राम वनगमन पथ के लिए परियोजना तैयार कराई, श्रीलंका में सीता माता मंदिर के निर्माण के लिए मंत्रियों और अधिकारियों को औपचारिकताएं पूरी करने भेजा। ओरछा में श्रीराम राजा मंदिर के विकास के लिए नीतिगत निर्णय लेने के साथ महाकाल मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए मंत्रियों की समिति बनाई।
भाजपा और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भाजपा नेता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कमल नाथ जी का विज्ञापन यह प्रमाणित करता है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है। वे और कांग्रेस, दोनों जानते हैं कि मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते उन्होंने और उनकी पार्टी ने हमेशा श्रीराम मंदिर को लेकर दिखावा किया। यह वही कांग्रेस पार्टी है, जिसके प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है। यह वही कांग्रेस पार्टी है जिसकी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था, जिसमें श्रीराम का अस्तित्व ही नहीं माना था। राज्यसभा सदस्य कुमार केतकर कहते हैं कि राम काव्य पात्र हैं, उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान नहीं दिखते हैं। भगवान श्रीराम के प्रति कांग्रेस की मानसिकता जैसी है, उसे विज्ञापन की जरिए उन्होंने जाहिर की है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने तथ्यों के आधार पर अपनी बात रखी है। राजीव गांधी ने रामराज्य की कल्पना की थी और श्रीराम मंदिर निर्माण की नींव रखी थी, यह ऐतिहासिक तथ्य है। इसे नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने ही ग्राम स्वराज के मद्देनजर अधिकारों का विकेंद्रीकरण किया था।