विवादित बयान देकर घिरे AIMIM नेता वारिस पठान, पुलिस ने 8 मार्च से पहले पेश होने का दिया आदेश
एआईएमआईएम नेता और महाराष्ट्र से विधायक वारिस पठान को कलबुर्गी पुलिस ने उनके भड़काऊ बयान को लेकर दूसरा नोटिस जारी किया है।
कर्नाटक, एएनआइ। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम नेता और महाराष्ट्र से विधायक वारिस पठान को कालाबुरागी पुलिस ने (उनके 15 करोड़ हैं मगर 100 के ऊपर भारी) को दूसरा नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्हें 8 मार्च को जांच कार्यालय के सामने पेश होने और अपना बयान देने का निर्देश दिया गया है। दरअसल, वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्ग में एक रैली के दौरान हिंदू- मुस्लिम का मुद्दा उठाते हुए भड़काऊ बयान दिया था। उनके बयान को लेकर काफी विवाद हो रहा है।
उनके इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ। इस पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि वारिस पठान किसी किसी धर्म के खिलाफ बयान देने वाला आखिरी इंसान होगा। मेरे बयान को गलत तरह से पेश किया गया है। मैं इसके लिए माफी नहीं मांगूंगा। भाजपा पर आरोप लगाते हुए वारिस ने कहा कि वह लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे है।
वारिस के बयान पर जमकर राजनीति
उनके इस बयान को लेकर काफी सियासी घमासान भी हुआ। मनसे के नेता संदीप देशपांडे ने ट्वीट करते हुए कहा था कि हम चेतावनी दे रहे हैं कि पत्थर का जवाब पत्थर से और तलवार के जवाब तलवार से मिलेगा। हम इस तरह का भेदभाव मंजूर नहीं करेंगे। यदि शिवजी का तीसरा नेत्र खुल हया तो तुम सभी भस्म हो जाओगे। दूसरी तरफ शिवसेवा ने भी पठान के इस बयान की निंदी की है।
शिवसेना के प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने कहा कि वारिश पठान लोगों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राम कदम ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि धर्म विशेष के तुष्टीकरण के लिए इस तरह के भड़काऊ बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण है। इतना ही नहीं भाजपा कार्यकर्ता परिमल देशपांडे ने तो वारिश पठान के खिलाफ डेक्कन पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज करा दी है।
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