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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर नमन कर सभी को चौंकाया, कांग्रेस ने निशाना साधा

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गत रविवार की शाम प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित कर सभी को चौंका दिया। सिंधिया ग्वालियर में प्रस्तावित एलिवेटेड रोड का निरीक्षण करने निकले थे। उनका काफिला रानी के समाधि स्थल के सामने रुका।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 27 Dec 2021 10:02 PM (IST)Updated: Tue, 28 Dec 2021 08:09 AM (IST)
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर नमन कर सभी को चौंकाया, कांग्रेस ने निशाना साधा
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर ज्योतिरादित्य सिंधिया

 ग्वालियर, राज्‍य ब्‍यूरो। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गत रविवार की शाम प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित कर सभी को चौंका दिया। सिंधिया ग्वालियर में प्रस्तावित एलिवेटेड रोड का निरीक्षण करने निकले थे। उनका काफिला रानी के समाधि स्थल के सामने रुका। यहां उन्होंने समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और शीश झुकाकर नमन किया। उनके साथ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद थे।

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वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस ने साधा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य पर निशाना

सिंधिया के रानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल पर जाने का वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को टैग करते हुए ट्वीट किया। इसमें सिंधिया पर कटाक्ष किया। उन्होंने लिखा, कत्ल चाहे वीरांगना का हो या लोकतंत्र का, दर पर आना ही पड़ता है। कहा जाता है कि 1857 में अंग्रेजों से लड़ते हुए जब रानी लक्ष्मीबाई ग्वालियर पहुंचीं तो तत्कालीन सिंधिया रियासत ने उनका सहयोग नहीं किया था। अंग्रेजों से लड़ते हुए रानी ने स्वर्णरेखा नदी (वर्तमान में नाला) के किनारे अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इस ऐतिहासिक घटना के बाद से ही सिंधिया राजघराना हमेशा विपक्षी दलों के निशाने पर रहा है।

आलोचकों को जबाव

राजनीतिक जानकार सिंधिया के इस कदम को अच्छा बता रहे हैं। यह इसलिए कि सिंधिया परिवार को हमेशा से ही रानी लक्ष्मीबाई को लेकर कठघरे में खड़ा किया जाता रहा है। जब सिंधिया कांग्रेस में थे, तब वह भाजपा के कुछ नेताओं के निशाने पर रहते थे। 2020 में प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराकर जब वह भाजपा में शामिल हुए तब से कांग्रेस उन पर निशाना साधती रही है। जानकारी के अनुसार राजघराने से ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जो रानी की समाधि पर पहुंचे हैं। लक्ष्मीबाई को नमन करने के बाद सिंधिया ने पक्ष और विपक्ष के आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।


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