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प्रियंका के साथ यूपी का प्रभारी महासचिव बनाए जाने से ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ा

मध्य प्रदेश से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का प्रभारी बनाया जाना कांग्रेस की राजनीति में उनके बढ़ते दबदबे को दर्शाता है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 01:40 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 01:40 AM (IST)
प्रियंका के साथ यूपी का प्रभारी महासचिव बनाए जाने से ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ा
प्रियंका के साथ यूपी का प्रभारी महासचिव बनाए जाने से ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद बढ़ा

भोपाल, राज्‍य ब्यूरो। मध्य प्रदेश से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का प्रभारी बनाया जाना कांग्रेस की राजनीति में उनके बढ़ते दबदबे को दर्शाता है। यह साफ है कि मध्य प्रदेश में भले ही वे मुख्यमंत्री न बनाए गए हों, लेकिन पार्टी में उनका कद बढ़ा है। हालांकि मानने वाले यह भी मान रहे हैं कि हाईकमान ने उन्हें लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश से दूर रखने के लिए प्रियंका के साथ जिम्मेदारी सौंपी है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंधिया को मिली जिम्मेदारी पर स्थानीय नेताओं ने मिठाई भी बांटी है।

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मध्य प्रदेश में 15 साल पुरानी भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में सिंधिया को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था। उन्होंने सवा सौ सभाएं और रोड शो किए थे। भाजपा ने उनके खिलाफ अभियान चलाया था, जिसमें 'माफ करो महाराज, हमारा नेता शिवराज" का नारा दिया था। भाजपा का यह नारा उनके विपरीत गया और ग्वालियर-चंबल संभाग में 31 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 24 सीटों पर जबरदस्त सफलता मिली थी।

मप्र से दूर रहेंगे

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की जड़ें लगभग समाप्त हो गई हैं, जिससे प्रियंका गांधी के साथ सिंधिया को जिम्मेदारी दिए जाने को मप्र कांग्रेस की राजनीति का एक धड़ा उन्हें मध्य प्रदेश से दूर रखने की रणनीति का हिस्सा मान रहा है। पिछले दिनों सिंधिया जब भोपाल आए थे तो उनकी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात ने राजनीति गलियारों में सरगर्मी बढ़ा दी थी।

युवाओं में लोकप्रियता का फायदा

युवाओं में लोकप्रियता का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ने सिंधिया को पश्चिम उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है। ग्वालियर राजघराने का प्रभाव बुंदेलखंड क्षेत्र के जिलों में भी रहा है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश में करीब दो दर्जन लोकसभा सीटें आती हैं।

सिंधिया के आने से युवा वर्ग कांग्रेस से जुड़ेगा। उनके ग्वालियर क्षेत्र से सटे उत्तर प्रदेश के हिस्से के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की करीब 25 लोकसभा सीटों पर सिंधिया को प्रभारी बनाए जाने का फायदा मिलेगा। सिंधिया को प्रभारी बनाने पर झांसी में मिठाई भी बांटी गई।

- प्रदीप जैन, पूर्व केंद्रीय मंत्री

सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने जो विश्वास जताया है, उसके लिए धन्यवाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए पूरी क्षमता से काम करूंगा।

- ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद 


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