पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा, किसी व्यक्ति के चलते या पद के लिए नहीं छोड़ी कांग्रेस
प्रसाद ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर काम किया है और उनका परिवार तीन पीढि़यों से पार्टी से जुड़ा रहा है। प्रसाद ने भाजपा में शामिल होने के बाद इसे देश की एकमात्र सच्ची राष्ट्रीय पार्टी करार दिया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भाजपा में शामिल होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति के चलते या किसी पद के लिए कांग्रेस नहीं छोड़ी, बल्कि पार्टी और उत्तर प्रदेश के लोगों के बीच संपर्क टूट जाने के कारण यह फैसला लिया।
प्रसाद ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर काम किया है और उनका परिवार तीन पीढि़यों से पार्टी से जुड़ा रहा है। प्रसाद ने भाजपा में शामिल होने के बाद इसे देश की एकमात्र सच्ची राष्ट्रीय पार्टी करार दिया।
प्रसाद कांग्रेस के उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी। उन्होंने पार्टी छोड़ने के लिए किसी भी व्यक्ति को दोष नहीं दिया।
उन्होंने एक विशेष भेंट में कहा, मैंने कांग्रेस किसी व्यक्ति के चलते या किसी पद के लिए नहीं छोड़ी। मेरे कांग्रेस छोड़ने का कारण यह था कि पार्टी और लोगों के बीच संपर्क टूट गया था। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में इसका वोट प्रतिशत कम हो रहा है और पार्टी को फिर से पटरी पर लाने के लिए कोई योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने का उनका निर्णय चर्चा और विचार-विमर्श के बाद लिया गया। उन्होंने कहा कि वह अपने लोगों, अपने राज्य और राष्ट्र की सेवा करना चाहते हैं। कांग्रेस में रहते हुए वह अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में एकमात्र संस्थागत राष्ट्रीय पार्टी है।
बताते चलें कि सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं के समूह में शामिल कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने जितिन प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनका भाजपा में जाना 'प्रसाद की राजनीति' या निजी लाभ है।