MP Politics: कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा का सामने आया जिन्ना प्रेम, बोले-आजादी की लड़ाई में जिन्ना साहब भी थे शामिल
मध्य प्रदेश के मंदसौर में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने विवादास्पद बयान दिया। गांधी चौराहे पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने देश को विभाजित करने के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना को जिन्ना साहब कहकर संबोधित किया।
मंदसौर, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के मंदसौर में शुक्रवार को महंगाई के विरोध में कांग्रेस की ओर से आयोजित धरना और रैली में शामिल होने आए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने विवादास्पद बयान दिया। गांधी चौराहे पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने देश को विभाजित करने के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना को 'जिन्ना साहब' कहकर संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि देश को आजाद कराने की लड़ाई में योगदान देने वाले महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री के साथ जिन्ना साहब भी शामिल थे। अपने संबोधन के क्रम में उन्होंने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल भी किया। बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी शामिल थे। ये इतिहास में लिखा हुआ है।
यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले हरदोई में समाजवादी विजय रथ यात्रा लेकर पहुंचे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि सरदार पटेल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे। एक ही संस्थान में पढ़ाई कर वे बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा पर वे पीछे नहीं हटे। इसके बाद अखिलेश यादव की पूरे देश में आलोचना हुई थी।
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के जिन्ना पर दिए गए विवादित बयान का सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि जिन्ना उन लोगों में से एक थे जिनके कारण देश स्वतंत्र हुआ।
इस पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा था कि जिन्ना और पटेल की तुलना करके यूपी के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जता दिया है कि उन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है। यदि वह इतिहास पढते तो यह तुलना नहीं करते। जिन्ना 1947 के पहले के भारत के सेक्यूलर नहीं कम्यूनल नेता था। भारत बंटा तो उसके जिम्मेदार जिन्ना हैं।