Move to Jagran APP

जावड़ेकर ने कहा- विवि में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए जरूरी होगा रिफ्रेशर कोर्स

विवि में पढ़ाने वाले शिक्षकों में प्रशासनिक नेतृत्व की क्षमता विकसित करने के लिए 15 संस्थानों का चयन किया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 08:56 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 08:56 PM (IST)
जावड़ेकर ने कहा- विवि में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए जरूरी होगा रिफ्रेशर कोर्स
जावड़ेकर ने कहा- विवि में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए जरूरी होगा रिफ्रेशर कोर्स

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उच्च शिक्षण संस्थानों को विश्वस्तरीय बनाने के साथ सरकार अब अच्छे शिक्षक भी तैयार करेगी। जिनमें दुनिया के अच्छे संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की तरह ज्ञान और प्रशासनिक नेतृत्व की क्षमता भी हो। सरकार ने इसे लेकर अर्पित (एन्युअल रिफ्रेशर प्रोग्राम इन टीचिंग) और लीप (लीडरशिप फार ऐकेडमिशियन्स प्रोग्राम) नाम से दो नए प्रोग्राम लांच किया है। इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को उनके विषयों से संबंधित नई जानकारियों से अपडेट किया जाएगा। साथ ही लीडरशिप की प्रतिभा भी विकसित की जाएगी।

loksabha election banner

सरकार ने अर्पित और लीप नाम से लांच किए दो नए प्रोग्राम

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को वीडियो मैसेज के जरिए शिक्षकों को निखारने के लिए इन दोनों प्रोग्राम को लांच किया। उन्होंने कहा कि इससे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में बदलाव आएगा। खास बात यह है कि विश्वविद्यालय सहित दूसरे सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए इनमें से अर्पित कोर्स अनिवार्य होगा। इसे लेकर अलग-अलग विषयों से जुड़े करीब 68 कोर्स डिजाइन किए गए है। यह करीब 40 घंटे का कोर्स होगा, जबकि लीप कोर्स तीन हफ्ते का होगा, इनमें दो हफ्ते घरेलू और एक हफ्ते का विदेशी प्रशिक्षण होगा। इसके लिए घरेलू और विदेशी दोनों संस्थानों को भी चयनित कर लिया गया है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर तैयार किए गए इस प्रशिक्षण प्रोग्राम में विश्वविद्यालय के कुलपतियों से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों के निदेशक और शिक्षकों को शामिल किया गया है। मौजूदा समय में देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में करीब 15 लाख शिक्षक पढ़ा रहे है।

योजना के तहत शिक्षकों के प्रशिक्षण कोर्स की गणना उनकी पदोन्नति के दौरान की जाएगी। यानि ऐसे शिक्षकों को पदोन्नति में वरीयता दी जाएगी। इसके अलावा सरकार ने विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण में नियुक्त होने वाले शिक्षकों के लिए भी एक इंडक्शन कोर्स डिजाइन किया है। जिसके तहत भर्ती होने नए शिक्षकों को नियुक्ति के दौरान ही एक महीने का इंडक्शन कोर्स करना होगा।

फिलहाल अभी इस कोर्स को शुरू होने में थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन मंत्रालय ने इसे स्वीकृत दे दी है। यूजीसी ने इसे लेकर काम भी शुरु कर दिया है।

जेएनयू, डीयू, बीएचयू जैसे संस्थान देंगे लीडरशिप का प्रशिक्षण

विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षकों में प्रशासनिक नेतृत्व की क्षमता विकसित करने के लिए तैयार किए गए लीप प्रोग्राम के प्रशिक्षण के लिए देश के करीब 15 संस्थानों का चयन किया गया है। इनमें जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय, बीएचयू, आईआईटी कानपुर और अलीगढ़ मुस्लिम विवि जैसे संस्थान को शामिल किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.