जावडेकर ने Aarey Forest में काटे जा रहे पेड़ों का किया बचाव, कहा- विकास और पर्यावरण संरक्षण एक साथ
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि विकास और पर्यावरण संरक्षण एक साथ होना चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ। Aarey Forest Protest मुंबई में आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई के खिलाफ चल रहे सार्वजनिक विरोध के बीच, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को आरे वन क्षेत्र में प्रस्तावित मेट्रो शेड का समर्थन किया और कहा कि विकास और पर्यावरण संरक्षण एक साथ होना चाहिए।
दिल्ली मेट्रो और मुंबई मेट्रो के विकास के बीच समानताएं को बताते हुए उन्होंने कहा, 'उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया है कि आरे वन नहीं है। मेट्रो अब दिल्ली में आ गई है और यह दुनिया भर में सबसे अच्छी मेट्रो है। यह कैसे विकसित होती है? पहली बार जब मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया गया, 20-25 पेड़ काटे गए थे। लोगों ने तब इसका विरोध किया था।'
उन्होंने आगे कहा कि मेट्रो ने हर एक पेड़ के लिए 5 पेड़ लगाए हैं। अब, 271 स्टेशन हैं। दिल्ली में वन अंडरकवर क्षेत्र में वृद्धि हुई है। 30 लाख लोग सार्वजनिक परिवहन के रूप में मेट्रो का उपयोग कर रहे हैं। विकास और पर्यावरण की रक्षा दोनों को एक साथ चलना चाहिए, दोनों की जरूरी है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे कॉलोनी में 2,500 से अधिक पेड़ों को काटने के खिलाफ सभी याचिकाएं खारिज कर दिया था। वहां मेट्रो के लिए रास्ता तैयार होना है। हालांकि, अब जब पेड़ काटे जाने गले तो शुक्रवार को वहां विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बता दें कि कोर्ट ने इस कॉलोनी को जंगल मानने से इनकार कर दिया था।
बता दें कि जब पेड़ काटने का लोगों द्वारा विरोध किया गया, तो पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को शनिवार को आरे फॉरेस्ट में विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया। एक एक्टिविस्ट को मरोल मरोसी रोड से आरे फॉरेस्ट में प्रवेश करने पर एक पेड़ को गले लगाते देखा गया। जहां धारा 144 लगाई गई है। हालांकि, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसका पक्ष किया है।