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'ये भारत का आंतरिक मामला है', पेगासस जांच पर इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन

राजदूत नाओर गिलोन ने पेगासस को भारत का आंतरिक मामला बताया। एक दिन पहले ही इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने एक टीम का गठन कर जांच सौंपी थी। राजदूत ने कहा कि मैं नहीं जानता कि भारत में इस पर क्या हो रहा है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 01:44 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 01:44 PM (IST)
'ये भारत का आंतरिक मामला है', पेगासस जांच पर इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन
'ये भारत का आंतरिक मामला है', पेगासस जांच पर इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन

नई दिल्ली, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इजरायली स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर जासूसी के आरोपों में तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा जांच के आदेश देने के एक दिन बाद, राजदूत नाओर गिलोन ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताया। उन्होंने कहा, 'एनएसओ जिसने पेगासस बनाया वो इजरायल में एक निजी कंपनी है, साफ्टवेयर के नेचर की वजह से उन्हें इजरायल से एक्सपोर्ट लाइसेंस लेने की आवश्यकता है। मैं नहीं जानता कि भारत में इस पर क्या हो रहा है, ये भारत का आतंरिक मामला है।'

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इस साल की शुरुआत में नई दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर विस्फोट पर उन्होंने कहा कि तेल अवीव इसके लिए जिम्मेदार अपराधियों को खोजने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें जांच चल रही है, लेकिन एजेंसियां अभी तक अपराधियों की पहचान का पता लगाने में असमर्थ हैं।

जून में, एनआईए ने विस्फोट में शामिल संदिग्धों की तस्वीरें, ईमेल आईडी और फोन नंबर जारी किए और किसी भी जानकारी के लिए प्रत्येक को 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की। बाद में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक विस्फोट के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर से चार छात्रों को गिरफ्तार किया, हालांकि जुलाई में उन्हें जमानत दे दी गई। दिल्ली पुलिस ने नजीर हुसैन (2 साल), जुल्फिकार अली वजीर (25), अयाज हुसैन (28) और मुजम्मिल हुसैन (25) को जून में गिरफ्तार किया था। अगस्त में एनआईए ने केस अपने हाथ में लिया और मामला फिर से दर्ज किया।

अमेरिका, इजरायल, भारत और यूएई के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक पर गिलोन ने कहा कि वह यह नहीं कह सकते कि बैठक उच्च स्तर पर जा सकती है या नहीं। उन्होंने कहा, 'यह प्रगति पर चल रहे एक काम की तरह है। मंत्री इस क्षेत्र में या तो इजरायल या यूएई में कंपनियों के साथ मिलना चाहते हैं। हम आशावादी हैं।' उन्होंने कहा कि चार देशों के इस समूह का वर्तमान संदर्भ आर्थिक, बुनियादी ढांचे के साथ व्यापार करने और क्षेत्र के लिए बेहतर करने का है।


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