कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी पर बोली कांग्रेस, हम डरने वाले नहीं; स्वामी ने कहा- जाना होगा जेल
आइएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार कार्ति चिदंबरम को दिल्ली लेकर पहुंची सीबीआई। आज सुबह चेन्नई से किया था गिरफ्तार। कांग्रेस ने कहा, हम डरने वाले नहीं है।
चेन्नई/नई दिल्ली (जेएनएन)। आइएनएक्स मीडिया मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है। कार्ति पर फेमा के उल्लंघन का आरोप है। सीबीआइ ने उन्हें चेन्नई से गिरफ्तार किया है। अब सीबीआइ उन्हें दिल्ली लेकर पहुंची हैं, आज उन्हें पटिलाया हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। कार्ति चिदंबरम का केस कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व वकील अभिषेक मनु सिंघवी लड़ेंगे।
कार्ति की गिरफ्तारी को कांग्रेस पार्टी के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। सीबीआइ का कहना है कि कार्ति जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं इसलिए उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा है। बता दें कि कार्ति आज ही लंदन से वापस भारत लौटे हैं और उन्हें भारत लौटते ही गिरफ्तार कर लिया गया। 1 मार्च को ईडी ने उन्हें अपने समक्ष पेश होना का समन जारी किया है, जिसके चलते मद्रास हाईकोर्ट के फैसले के तहत उन्हें आज भारत लौटना था।
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सीबीआइ ने बहुत मौके दिए: स्वामी
वहीं, कार्ति की गिरफ्तारी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा, 'सीबीआइ ने उन्हें बहुत सारे मौके दिए हैं, लेकिन सारे सबूत उनके खिलाफ होने के बावजूद उनका झूठ बोलना जारी रहा। वे जेल जरूर जाएंगे और सीबीआइ उनके खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। यह बड़ी सफलता है।'
सीबीआइ के सूत्रों के मुताबिक
सीबीआइ के सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ कार्ति की कस्टडी के लिए कोर्ट को बताएगी कि किस तरह से विदेशी फंड हासिल करने के लिए कार्ति ने इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी की कंपनी आइएनएक्स की मदद की थी। सीबीआई का कहना है कि एफआइपीबी ने आइएनएक्स के 305 करोड़ रुपये का विदेशी फंड लेने पर रोक लगा दी थी और केवल 5 करोड़ रुपये हासिल करने की ही इजाजत मिली थी। ऐसे में इंद्राणी और उनके पति ने कार्ति की कंपनी चेस मैनेजमेंट सर्विस की मदद ली थी। इस काम के लिए कार्ति की कंपनी को 10 लाख रुपये दिए गए थे।
हम डरने वाले नहीं: कांग्रेस
कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'पी चिदंबरम और उनके परिवार के साथ की जा रही प्रतिशोध की कार्रवाई से कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम सत्य को सामने लेकर आएंगे।'
कार्ति का CA भेजा गया जेल
इससे पहले 26 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत ने कार्ति चिदंबरम के चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) एस भास्कररमन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। भास्कररमन को आइएनएक्स मीडिया से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था। विशेष न्यायाधीश एनके मल्होत्रा ने उनके सीए को तिहाड़ जेल भेजा। इससे पहले उन्हें प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की हिरासत से अदालत में पेश किया गया था। ईडी के विशेष लोक अभियोजक नीतेश राणा ने उनसे और तीन दिन की न्यायिक पूछताछ के लिए अनुमति मांगी थी। भास्कररमन को 16 फरवरी को दिल्ली के एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट से भी मिली निराशा
23 फरवरी को कार्ति को सुप्रीम कोर्ट से भी निराशा हाथ लगी थी। दरअसल, 1 मार्च को ईडी के समन के खिलाफ कार्ति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि सर्वोच्च अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से कार्ति चिदंबरम को अपने समक्ष एक मार्च को पेश होने के समन को स्थगित करने से इन्कार कर दिया। साथ ही कहा कि वह इस विषय में संबंधित प्रशासन से अपील कर सकते हैं। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, जस्टिस अमिताव रॉय और डीवाइ चंद्रचूड़ की खंडपीठ ने शुक्रवार को कार्ति चिदंबरम की ओर से पेश वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की दलीलें सुनने के बाद कहा कि मामले की सुनवाई छह मार्च को होगी।
कार्ति पर आरोप
साल 2007 के आइएनएक्स मीडिया मामले में कार्ति चिदंबरम को आरोपी माना गया है। उनका नाम आइएनएक्स मीडिया में कोषों को स्वीकार करने के लिए विदेशी निवेश संबर्धन बोर्ड की मंजूरी से जुड़े एक मामले में सामने आया। उस समय उनके पिता पी चिदंबरम केंद्रीय वित्त मंत्री थे। प्रवर्तन निदेशालय ने कार्ति चिदंबरम के खिलाफ पिछले साल मई में केस दर्ज किया था।
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