मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस में पदाधिकारियों के चयन के लिए दो सौ नेताओं के हुए साक्षात्कार
साक्षात्कार व्यवस्था का पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया समर्थक कृष्णा घाडगे विरोध कर रहे हैं। 15 साल से संघर्ष करने के बाद भी साक्षात्कार देना सही नहीं।
भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस में प्रदेश पदाधिकारियों तथा जिला अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों की पात्रता जांच के लिए पहले दिन करीब 200 नेताओं के साक्षात्कार लिए गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के पुत्र, परिजन से लेकर दिग्गजों के समर्थक साक्षात्कार की लाइन में हैं, जिनमें से कई नेताओं के इंटरव्यू अभी होना बाकी है।
परफॉर्मेस रिपोर्ट के आधार पर बनाई जाएगी सूची
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अब्राहम रॉय मणि का कहना है कि प्रदेश पदाधिकारी व जिला अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए परफॉर्मेस रिपोर्ट के आधार पर सूची बनाई जाएगी और सूची में शामिल नेता ही चुनाव लड़ सकेंगे। युवा कांग्रेस के चुनाव की प्रक्रिया में प्रदेश पदाधिकारियों तथा जिला अध्यक्षों के प्रत्याशियों की छंटनी के लिए राष्ट्रीय इकाई ने साक्षात्कार व्यवस्था अपनाई है। इसके लिए सोमवार को अब्राहम रॉय मणि को भोपाल भेजा गया, जिन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महासचिव भैयाजी पंवार के साथ बैठकर नेताओं से सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू किया है।
प्रत्याशियों के साक्षात्कार के बाद होगी सूची जारी
यह व्यवस्था उन इच्छुक प्रत्याशियों के लिए अपनाई गई है जो प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव तथा जिला अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते हैं। इन पदों के लिए जो भी नेता नामांकन भरेगा, उसका साक्षात्कार के बाद जारी होने वाली परफार्मेस सूची में नाम होना जरूरी है, अन्यथा नामांकन निरस्त कर दिया जाएगा।
नेता पुत्र, परिजन भी पहुंचे भोपाल
बताया जाता है कि प्रदेश पदाधिकारियों तथा जिला अध्यक्षों के लिए चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी करने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री व विधायक कांतिलाल भूरिया के पुत्र डॉ. विक्रांत भूरिया, मंत्री लाखनसिंह यादव के भतीजे संजय यादव, पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा के भतीजे सौमिल, एनएसयूआई के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े, सिंधिया समर्थक कृष्णा घाडगे, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के समर्थक हर्षित गुर, पवन जायसवाल, विवेक त्रिपाठी जैसे युवा नेता शामिल हैं।
चुनाव लड़ने के इच्छुक घाडगे ने किया विरोध
साक्षात्कार व्यवस्था का पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कृष्णा घाडगे विरोध कर रहे हैं। घाडगे का कहना है कि 15 साल से संघर्ष करने के बाद भी साक्षात्कार देना उचित नहीं है। उन्होंने अपना बायोडाटा प्रदेश युवा कांग्रेस कार्यालय में दे दिया है और इसके बाद साक्षात्कार नहीं देंगे। युवा कांग्रेस कार्यालय का कहना है कि बायोडाटा के आधार पर घाडगे को साक्षात्कार के लिए नंबर आवंटित कर दिया है। घाडगे के अलावा कुछ अन्य नेताओं ने साक्षात्कार के दौरान अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के प्रतिनिधियों को इंटरव्यू सिस्टम से प्रत्याशी तय किए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई।
राष्ट्रीय नेतृत्व ने बनाई चुनाव प्रक्रिया
चुनाव प्रक्रिया राष्ट्रीय नेतृत्व ने बनाई है और इसके तहत प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों के पदों पर चुनाव लड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को संगठन में अपने योगदान के बारे में सवालों के जवाब देना ही होंगे। इसके आधार पर परफार्मेस सूची तैयार होगी, जिसमें शामिल नेताओं के नामांकन पत्र वैध माने जाएंगे-अब्राहम रॉय मणि, सचिव, अभा युवा कांग्रेस।
ये सवाल पूछे जा रहे
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- युवा कांग्रेस में कब से जुड़े हैं? - विपक्ष में होने पर भाजपा सरकार के खिलाफ कितने धरना-प्रदर्शन-आंदोलनों में शामिल हुए?
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