Coronavirus: ईरान में फंसे भारतीय श्रद्धालुओं को वापस लाने पर विदेश मंत्री का जोर
कोरोना वायरस के फैले संक्रमण को लेकर दुनिया भर के कई देशों में दहशत का माहौल है। इस क्रम में विदेश मंत्री जयशंकर ने विदेशों से भारतीय नागरिकों की जल्द वापसी को लेकर आश्वासन दिया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार दुनिया भर में फैले संक्रामक बीमारी कोरोना वायरस को लेकर कहा कि विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस भारत लाया जाएगा विशेषकर ईरान में फंसे भारतीय श्रद्धालुओं को। उन्होंने लोकसभा में वर्तमान हालात पर बोलते हुए कहा, ‘कोरोना वायरस का विषय गंभीर और चिंताजनक है, हमें इसपर पूरी जिम्मेवारी से प्रतिक्रिया देनी होगी।’
लोकसभा में विदेश मंत्री ने कहा, 'भगवंत मान जी ने पंजाब के 30 छात्रों का मुद्दा उठाया जो इटली के एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि केवल 30 छात्र ही नहीं हैं बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से और भी छात्र हैं। हम उन्हें वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'कृप्या समझने की कोशिश करें कि हम जांच के बाद ही उन्हें ला सकते हैं, उन्हें स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। इसके लिए हमने आज सैंपलिंग शुरू की है। कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए बिना स्क्रीनिंग और जांच के हम उन्हें नहीं ला सकते क्योंकि पूरे देश की जिम्मेदारी हमपर है।'
लोकसभा में विदेश मंत्री ने कहा, ‘मौजूदा सूचना के अनुसार, ईरान (Iran) के विभिन्न प्रांतों में कुल 6000 भारतीय नागरिक हैं जिसमें लद्दाख (Ladakh), जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के 1,100 श्रद्धालु हैं। इसके अलावा वीजा के आधार पर वहां तमिलनाडु, केरल और गुजरात के करीब 1000 मछुआरे भी रह रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, ‘हाल ही मैंने श्रीनगर का दौरा किया और ईरान में फंसे छात्रों के माता-पिता से मिला। मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनके बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाएगी। मैं सदन को बताना चाहूंगा कि इन छात्रों की सैंपलिंग आज से शुरू कर दी गई है।’
उन्होंने कहा कि करीब 6,000 भारतीय ईरान में फंसे हैं जिसमें महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर के 1,100 श्रद्धालु हैं। वहां करीब 300 भारतीय छात्र भी हैं। हमारी प्राथमिकता ईरान से भारतीय श्रद्धालुओं को वापस लाने की है जो वहां के कोम (Qom) शहर में हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि सरकार भी भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है और कॉमर्शियल विमानों को ऑपरेट करने की संभावना तलाश रही है।