जारी रहेगा भारत-चीन में बातचीत का दौर, विदेश मंत्रियों के बीच होगी बैठक
पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग में आपसी संवाद को बढ़ाने का जो फैसला हुआ था वह अब काफी हद तक जमीन पर दिखाई देने लगा है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। एक वर्ष पहले डोकलाम में जहां दोनो देशों के बीच सैनिक तनाव चरम पर था वहीं अब दोनो देशों की सेनाओं के बीच कई स्तर पर सैन्य अभ्यास हो रहे हैं। वुहान में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग में आपसी संवाद को बढ़ाने का जो फैसला हुआ था वह अब काफी हद तक जमीन पर दिखाई देने लगा है। अगले हफ्ते दोनो देशों की सेनाओं के बीच आतंकवाद के खिलाफ सैन्य अभ्यास होगा और इसके एक हफ्ते बाद चीन के विदेश मंत्री वोंग ई भारत की यात्रा पर होंगे। भारत व चीन के विदेश मंत्री दोनो देशों के द्विपक्षीय रिश्ते की समीक्षा करेंगे और वर्ष 2019 में इसे बेहतर बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर बात होगी।
मोदी और चिनफिंग के बीच ही इस वर्ष चार शीर्षस्तरीय वार्ता हो चुकी है। दोनो नेताओं ने पिछले हफ्ते भी समूह-20 देशों की बैठक के दौरान द्विपक्षीय मुलाकात की जिसमें कारोबार से जुड़े तमाम मुद्दों पर बात हुई। सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन के विदेश मंत्री के साथ मिल कर दोनो देशों की जनता के बीच संपर्क बढ़ाने के नए अभियान की शुरुआत भी करेंगे।
मोदी और चिनफिंग की पिछली बैठक में भी यह फैसला हुआ था कि आगामी वर्ष 2019 द्विपक्षीय रिश्तों के हिसाब से चालू वर्ष के मुकाबले ज्यादा बेहतर होनी चाहिए। वैसे वुहान बैठक में ही इन दोनो नेताओं के बीच यह सहमति बनी थी कि भारत व चीन की जनता के बीच ज्यादा मेल-भाव बढ़ाने के लिए नया कार्यक्रम शुरु किया जाएगा।
भारत व चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच पिछले महीने वार्ता हुई है। इसके अलावा दोनो देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की अगुवाई में सीमा विवाद सुलझाने के लिए गठित की गई समिति की विशेष बैठक भी नवंबर, 2018 में संपन्न हुई है।