भारत ने कहा, आतंकी कैंपों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई करे पाकिस्तान
अमेरिका में प्रधानमंत्री इमरान खान के पाकिस्तान में 40 आतंकी कैंपों की मौजूदगी के बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जब सच स्वीकार कर लिया है कि उनके देश में 30-40 हजार आतंकी हैं और उन्हें प्रशिक्षित कर कश्मीर में लड़ाई के लिए भेजा जाता है, तो अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ विश्र्वसनीय और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करे।
इमरान ने अमेरिकी यात्रा के दौरान पाक में आतंकियों की मौजूदगी स्वीकार करते हुए कहा था कि उनके देश की पूर्ववर्ती सरकारों ने इस सच को अमेरिका से छिपा कर रखा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा यह स्पष्ट स्वीकारोक्ति है।' उन्होंने कहा कि अब जब प्रधानमंत्री खुद ऐसी बात कह रहे हैं तो जरूरी है कि आतंकियों के खिलाफ उचित कार्रवाई हो।
दुनिया को दिखाने के लिए आधी अधूरी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, हर हाल में आतंकियों का सफाया जरूरी है। कुमार ने कश्मीर पर मध्यस्थता संबंधी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान से पैदा हुए विवाद को भी खत्म करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने का समय है। भारत और अमेरिका के संबंध बहुत मजबूत हैं।
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सीमा पार आतंकवाद पर पाक ने नहीं की कोई कार्रवाई
वहीं, राज्यसभा में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि भारत ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी और आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने समेत सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे को राजनयिक चैनल के जरिए पाकिस्तान के सामने बार-बार उठाया है। लेकिन पाक सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान समेत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ सामान्य रिश्ते चाहता है। पाकिस्तान के साथ वह सभी मुद्दों को शिमला समझौते और लाहौर घोषणा पत्र के तहत सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है।