करतारपुर कॉरिडोर पर इमरान खान के ट्वीट से हुआ कंफ्यूजन, भारत ने पाक से कहा साफ-साफ बताएं?
इमरान खान ने पिछले दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक ट्वीट कर कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर के लिए पासपोर्ट की कोई आवश्यकता नहीं है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के एक ट्वीट ने कंफ्यूजन पैदा कर दी है। भारत ने अब पाकिस्तान सरकार से स्थिति साफ करने के लिए कहा है। सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान से भारत ने पूछा है कि क्या करतारपुर कॉरिडोर के लिए श्रद्धालुओं को पासपोर्ट की जरूरत है या नहीं? दरअसल, करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच जो समझौता हुआ है, उसके मुताबिक श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना अनिवार्य है।
इमरान खान ने पिछले दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक ट्वीट कर कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर के लिए पासपोर्ट की कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसे में भारत सरकार ने पाकिस्तान से स्थिति साफ करने के लिए कहा है। सूत्र ने बताया कि अगर कोई बदलाव पाकिस्तान की ओर से किया गया है, तो फिर समझौते में भी वो बदलाव दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया, 'हमारी सुरक्षा एजेंसियां सावधान रहेंगी। पाकिस्तान का बड़ा उद्देश्य अलगाववाद को प्रोत्साहित करना है। पाकिस्तान ने अभी तक भारत के अनुरोध का जवाब नहीं दिया है, जिसमें अग्रिम टीमों का दौरा करने के लिए कहा गया है, ताकि उच्च प्रतिष्ठित लोगों की सुरक्षा व्यवस्था की जा सके।'
सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान को वीआइपी लोगों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर करतारपुर में दरबार साहिब के साथ भारत के पंजाब में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को जोड़ेगा। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर है।
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में आई कड़वाहट के बीच बातचीत के बाद एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। अक्टूबर में करतारपुर कॉरिडोर के संचालन के लिए भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में पवित्र दरबार साहिब की यात्रा करने की अनुमति दी गई। दोनों देशों ने फैसला किया कि 5,000 तीर्थयात्री प्रतिदिन दरबार साहिब जा सकते हैं और विशेष अवसरों पर अतिरिक्त तीर्थयात्रियों को जाने की अनुमति दी जाएगी।