भारत और अमेरिका ने रक्षा-सुरक्षा संबंधों को नये आयाम पर ले जाने का लिया फैसला
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंंप की मौजूदगी में भारत और अमेरिका के रक्षा और सुरक्षाा सहयोग को दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों का अहम हिस्सा करार दिया।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंंप की द्विपक्षीय बैठक में भारत और अमेरिका ने रक्षा-सुरक्षा संबंधों को नये आयाम पर ले जाने का फैसला करते हुए तीन अरब डॉलर के बड़े रक्षा सौदे का ऐलान किया है। इस सौदे के तहत भारत एडवांस मिलिट्री इक्विपमेंट सिस्टम के साथ अपाचे और एमएच-60 रोमियो हेलीकाप्टर अमेरिका से खरीदेगा। इसी के साथ ट्रंंप ने दुनिया के सबसे आधुनिक और उच्च कोटि के अमेरिकी हथियारों जिसमें एयर डिफेंस सिस्टम, मिसाइल, रॉकेट से लेकर नौसैनिक जहाज आदि को भारत को देने की भी घोषणा की।
तीन अरब डालर के रक्षा सौदे में अमेरिका भारत को देगा रोमियो-60 और अपाचे हेलीकॉप्टर
भारत-अमेरिका की सुरक्षा-रक्षा रणनीतिक रिश्तों के दायरे को वैश्विक कूटनीति का पंख लगाने का भी ट्रंंप ने ऐलान किया। हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति की बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में ट्रंंप ने तीन अरब डालर से अधिक के रक्षा सौदे के करार की घोषणा की। इसके तहत अमेरिका अपने सबसे बेहतरीन रोमियो-60 और अपाचे हेलीकॉप्टर भारत को देगा। भारत अपनी सैन्य जरूरतों के लिए यह हेलीकाप्टर खरीद रहा है।
भारत-अमेरिका का रक्षा-सुरक्षा संबंध अब वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का बड़ा आयाम करेगा हासिल
सौदे में अमेरिकी एडवांस मिलिट्री इक्विपमेंट सिस्टम के भी शामिल होने की बात कहते हुए ट्रंंप ने कहा कि दोनों देशों का रक्षा-सुरक्षा संबंध अब वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का बड़ा आयाम हासिल करेगा। इसीलिए हमने भारत को उसकी रक्षा-सुरक्षा के लिए अमेरिका के सबसे आधुनिकतम और बेहतरीन हथियार भी देंगे। एडवांस एरियल और आर्म और अनआर्मड एरियल व्हिकल भी वे भारत को देने के लिए तैयार हैं।
भारत नौसेना के लिए खरीदेगा 2.60 अरब डालर के 24 रोमियो-60 हेलीकाप्टर
मोदी-ट्रंंप की बैठक में हुए सौदे के तहत भारत 2.60 अरब डालर के 24 रोमियो-60 हेलीकाप्टर खरीदेगा। इस हेलीकाप्टर से समुद्र में भारतीय नौसेना की जंगी क्षमता में इजाफा होगा। नौसेना अपनी युद्धक क्षमता को सुदृढ़ बनाने के लिए इस तरह के मल्टीरोल हेलीकाप्टर की मांग काफी समय से करते आ रही है। रोमियो-60 मिसाइल और टॉरपीडो सिस्टम से लैस है जो दुश्मन के लड़ाकू जहाज को ट्रैक कर उसके हमले के इरादों को नाकाम करने की क्षमता रखता है।
भारत वायुसेना के लिए खरीदेगा 80 करोड डालर के 22 अपाचे हेलीकाप्टर
इसी तरह वायुसेना के लिए 6इ अपाचे हेलीकाप्टर खरीदने जा रहा है। जबकि करीब 80 करोड डालर के 22 अपाचे हेलीकाप्टर की खरीद पर भी करार हुआ है। मोदी ट्रंंप वार्ता के बाद कूटनीतिक सूत्रों ने यह भी कहा कि मिसाइल हमलों को नाकाम करने के लिए एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की खरीद का सौदा भी जल्द फाइनल हो सकता है और दोनों देशों के बीच इस दिशा में बातचीत गंभीर दौर में है।
ट्रंंप ने कहा- रक्षा सौदा दौनों देशों के लिए अच्छी डील
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंंप की मौजूदगी में भारत और अमेरिका के रक्षा और सुरक्षाा सहयोग को दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों का अहम हिस्सा करार दिया। रक्षा क्षेत्र में आधुनिकतम तकनीक व हथियारों को लेकर होने वाले इस सहयोग से भारत की सैन्य रक्षा क्षमता में इजाफा होगा। मोदी ने भारत-अमेरिका के सैन्य रिश्तों की बढ़ती साझेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि सबसे ज्यादा संयुक्त सैन्य अभ्यास भारतीय सेनाएं किसी देश के साथ कर रही हैं तो वह अमेरिका है। वहीं ट्रंंप ने रक्षा सौदे को दोनों देशों के लिए बेहद अच्छा डील करार दिया।
विदेश सचिव ने कहा- इस डील में हथियार ही नहीं, बल्कि तकनीक ट्रांसफर भी शामिल है
भारत-अमेरिका के रक्षा-सुरक्षा रिश्तों को वैश्विक साझेदारी के मंच तक ले जाने की ट्रंंप की घोषणा को विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने कहा कि यह केवल हथियारों की खरीद तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से लेकर संयुक्त रिसर्च एंड डेवलपमेंट तक शामिल है। बीते सालों विशेषकर राष्ट्रपति ट्रंंप के कार्यकाल में भारत-अमेरिका रक्षा सौदे से जुड़े करार में काफी तेजी आयी है। विदेश सचिव के मुताबिक 2014-15 के बाद भारत ने अमेरिका से नौ अरब डॉलर से अधिक की राशि के रक्षा खरीद की है।