आयकर छापे के बाद तमिलनाडु में राजनीति गरमाई, विपक्ष ने मांगा सीएम से इस्तीफा
विपक्षी दलों ने जहां इस मामले की सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय से भी जांच की मांग की है वहीं मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी का इस्तीफा मांगा है।
चेन्नई [आइएएनएस]। सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने वाली कंपनी के 22 ठिकानों पर मारे गए आयकर छापे के बाद तमिलनाडु में राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दलों ने जहां इस मामले की सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय से भी जांच की मांग की है वहीं मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी का इस्तीफा मांगा है।
गौरतलब है कि एसपीके एंड कंपनी के प्रमोटर नागराजन सेय्यादुरई, उनके सहयोगियों और कर्मचारियों के यहां मारे गए आयकर छापे में जहां 163 करोड़ की नकदी मिली थी वहीं 100 किलो सोना बरामद किया गया था। इस दौरान सेय्यादुरई के आवास से 24 लाख की नकदी मिली थी। बाकी नकदी और सोना विभिन्न स्थानों पर कर्मचारियों और सहयोगियों के घरों से और कारों में रखा मिला था।
पूरे मामले में द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने मुख्यमंत्री पलानीस्वामी की चुप्पी पर निशाना साधते हुए उनका इस्तीफा मांगा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन ने सेय्यादुरई और पलानीस्वामी के रिश्तेदार द्वारा संचालित कंपनी को दिए गए राज्य सरकार के सभी ठेके रद करने की मांग की है।
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और पीएमके नेता अंबुमणि रामदास ने कहा कि जितनी मात्रा में नकदी और सोना पकड़ा गया है, वह निश्चित तौर पर ईमानदारी से कमाया नहीं लगता। रामदास ने कहा कि मुख्यमंत्री का रिश्तेदार भी तमिलनाडु में होने वाले सड़क निर्माण के काम करता है। उन्होंने भी प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआइ आदि से भी जांच की मांग की है।