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एमके स्टालिन बोले, बुद्धिजीवियों के खिलाफ राजद्रोह के मामले को हटाया जाए

डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि मैं उन 49 बुद्धिजीवियों के खिलाफ राजद्रोह के मामले को हटाने की मांग करता हूं जिन्होंने प्रधानमंत्री को मॉब लिंचिंग के खिलाफ पत्र पत्र लिखा था

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 05 Oct 2019 04:40 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 04:40 PM (IST)
एमके स्टालिन बोले, बुद्धिजीवियों के खिलाफ राजद्रोह के मामले को हटाया जाए
एमके स्टालिन बोले, बुद्धिजीवियों के खिलाफ राजद्रोह के मामले को हटाया जाए

चेन्नई, एएनआइ। डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन (MK Stalin) ने कहा कि मैं उन 49 बुद्धिजीवियों के खिलाफ राजद्रोह के मामले (Sedition Case) हटाने की मांग करता हूं, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉब लिंचिंग (Mob lynching) के खिलाफ पत्र लिखा था।  

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बिहार के मुजफ्फरपुर में दर्ज कराया गया केस 

गौरतलब है कि देश में बढ़ रही उन्मादी हिंसा (Mob lynching) के खिलाफ पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वाले 49 हस्तियों के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर जिला कोर्ट में दायर एक याचिका पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। इन हस्तियों में इतिहासकार रामचंद्र गुहा, फिल्म निर्देशक मणि रत्नम, अनुराग कश्यप, अभिनेत्री अपर्णा सेन शामिल हैं। इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि पत्र के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी और वर्तमान एनडीए सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है।

राहुल ने इसे तानाशाही बताया 

इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे तानाशाही करार दिया। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे जेल भेज दिया जाता है।  


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