आइएमएफ की रिपोर्ट में दिखती है बदलाव की झलक : अरुण जेटली
जेटली ने कहा कि पिछले चार साल में सुधार के कई कदम उठाए गए हैं। पूरी प्रणाली को साफ किया गया है और पारदर्शिता बढ़ाई गई है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एनडीए सरकार में विकास पर सवाल उठाने वालों पर निशाना साधा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में एनडीए सरकार आने के बाद अर्थव्यवस्था में आमूलचूल बदलाव हुए। जेटली ने करीब तीन महीने के बाद बीते हफ्ते पुन: वित्त मंत्री का पद संभाला। वह अस्वस्थ होने के कारण मंत्रालय से दूर थे। इस दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे थे।
जेटली ने कहा कि 2014 और 2018 में जारी रिपोर्ट की तुलना करने पर साबित होता है कि ऊंची महंगाई, राजकोषीय घाटा और चालू खाता घाटा, बुनियादी ढांचे में ठहराव, बिजली क्षेत्र और प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन में अनियमितता पिछली सरकार की विफलताओं में से थे। पिछले चार साल में सुधार के कई कदम उठाए गए हैं। पूरी प्रणाली को साफ किया गया है और पारदर्शिता बढ़ाई गई है। जेटली ने फेसबुक और ट्विटर पर लिखा, 'पिछले चार साल में हमारी दृढ़ता ने निर्णय लेना आसान कर दिया है और अर्थव्यवस्था को कई अन्य देशों के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया है। मैं सभी को आइएमएफ की दोनों रिपोर्ट पढ़ने का आग्रह करता हूं। इनकी कॉपी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है।'
आइएमएफ की 2014 की रिपोर्ट में विकास दर दशक के निम्नतम स्तर 4.6 फीसद पर आने का अनुमान जताया गया था। साथ ही उस समय खुदरा महंगाई की दर दहाई के स्तर पर पहुंच रही थी। वहीं, 2018 की रिपोर्ट में विभिन्न आर्थिक कदमों की सराहना की गई है। साथ ही अर्थव्यवस्था की मजबूती पर भरोसा भी जताया गया है।