इमरती देवी केस: CM शिवराज बोले- कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल की मानेंगे या कमलनाथ की, एक दिल के टुकड़े हजार
राहुल गांधी ने कहा था कि वह इस तरह की भाषा पसंद नहीं करते हैं फिर वह किसी भी शख्स द्वारा इस्तेमाल की गई हो। कमलनाथ ने माफी मांगने से मना कर दिया। शिवराज बोले- कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल की मानेंगे या कमलनाथ की?
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश में उपचुनावों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री इमरती देवी पर की गई अभ्रद्र टिप्पणी से बवाल मचा हुआ है। इस मुद्दे को लेकर कमलनाथ की शिकायत चुनाव आयोग से भी की गई है और मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी खुद को कमलनाथ के बयान से अलग कर दिया था। वहीं, अब मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मामले को लेकर कांग्रेस पर वार किया है।
शिवराज ने कहा, 'मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता मानेंगे किसकी, राहुल गांधी जी की मानेंगे या कमलनाथ जी की मानेंगे। कांग्रेस की स्थिति तो ये हो गई है, एक दिल के टुकड़े हज़ार हुए, कोई इधर गिरा, कोई उधर गिरा।' उन्होंने अपने बयान में राहुल गांधी का भी जिक्र किया, जिन्होंने कहा था कि कमलनाथ का इमरती देवी को लेकर दिए गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।
#WATCH मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता मानेंगे किसकी, राहुल गांधी जी की मानेंगे या कमलनाथ जी की मानेंगे। कांग्रेस की स्थिति तो ये हो गई है, एक दिल के टुकड़े हज़ार हुए, कोई इधर गिरा, कोई उधर गिरा : मध्य प्रदेश CM शिवराज सिंह चौहान pic.twitter.com/zJ3mmf3lXO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 20, 2020
राहुल गांधी ने कहा था कि वह इस तरह की भाषा पसंद नहीं करते हैं, फिर वह किसी भी शख्स द्वारा इस्तेमाल की गई हो। बता दें कि मध्य प्रदेश की राजनीति में उपचुनाव से पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने कमलनाथ के बयान को मुद्दा बना लिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये अहंकार है, वो(कमलनाथ) अपने से श्रेष्ठ किसी को नहीं मानते हैं और इसी के कारण तो ये सरकार तबाह हुई, क्योंकि इन्होंने प्रदेश को तबाह कर दिया था।
राहुल गांधी से जब कमलनाथ के इमरती देवी को लेकर दिए बयान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'देखिए, कमलनाथ जी मेरी पार्टी से ही हैं। लेकिन मैं निजी तौर पर इस तरह की भाषा पसंद नहीं करता हूं, जिसका इस्तेमाल उन्होंने किया है। मैं इसकी सराहना नहीं करता, चाहे वह कोई भी हो। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।' उन्होंने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं। हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। इस तरह की भाषा का महिलाओं के लिए इस्तेमाल मुझे कतई पसंद नहीं है।
बता दें कि बयान पर राजनीति गरमाने के बाद कमलनाथ ने सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने किसी का अपमान करने के उद्देश्य से ऐसा नहीं कहा था। वह दरअसल, उनका(इमरती देवी) का नाम भूल गए थे। फिर एक शख्स के हाथ में कागज की तरफ इशारा करते हुए वो बोले कि यह हमारी लिस्ट है, जिसमें आइटम नं.1, आइटम नं. 2 लिखा है। क्या यह किसी का अपमान है? शिवराज मौका ढूंढ़ रहे हैं, लेकिन कमलनाथ किसी का अपमान नहीं करता। उल्लेखनीय है कि एक जनसभा के दौरान कमलनाथ ने इमरती देवी को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी।