मनमोहन बोले, उम्मीद थी पीएम मोदी आंध्र प्रदेश पर मेरा वादा पूरा करेंगे
नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने गृहमंत्री से स्पष्ट जवाब देने को कहा कि सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देगी या नहीं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम पर चर्चा को पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की टिप्पणी ने रोचक मोड़ दे दिया। उन्होंने कहा, 'हमने भाजपा के साथ चर्चा के बाद आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिया था। हमें उम्मीद थी कि हमारे उत्तराधिकारी उस वादे को पूरा करेंगे।'
मनमोहन ने स्पष्ट किया, 'आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का भरोसा तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली तथा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद दिया गया था। सदन में किए गए वादे का सम्मान करते हुए उसे पूरा किया जाना चाहिए। ये आश्वासन संसद की तरफ से दिए जाते हैं।'
राजनाथ का जवाब, हर वादा पूरा कर रही है सरकार
मनमोहन की टिप्पणी का जवाब गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा के समापन में दिया। उन्होंने कहा आंध्र को लेकर जो भी वादे पिछली सरकार द्वारा किए गए वे सभी पूरे किए गए हैं।उन्होंने कहा, हम सभी राज्यों का विकास चाहते हैं। क्योंकि हमारा मानना है कि जब तक सभी राज्यों का विकास नहीं होगा, देश का विकास नहीं होगा। हम लोग केवल सरकार बनाने के लिए राजनीति नहीं करते, देश बनाने के लिए करते हैं।
न केवल हम एक्ट में किए गए वादे पूरे कर रहे हैं, बल्कि जिन चीजों की चर्चा एक्ट में नहीं है, उन्हें भी पूरा कर रहे हैं। तकरीबन 90 प्रतिशत वादे पूरे किए जा रहे हैं। मैं सदन को पूरा विश्वास दिलाता हूं कि आंध्र प्रदेश के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।
ध्यान रहे कि टीडीपी ने आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा न देने के मुद्दे पर लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया था।
बहरहाल, राजनाथ के उत्तर के बाद भी कांग्रेस सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने गृहमंत्री से इस बात का स्पष्ट जवाब देने को कहा कि सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देगी या नहीं। अंतत: सभापति वेंकैया नायडू ने सदन को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया।