राजनाथ ने कहा, जीवन में बड़े मन से ही बड़ा कार्य हो सकता है
वैश्विक शिखर सम्मेलन में भारत सहित विश्व के 140 देशों से प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
जागरण संवादददाता, जयपुर। राजस्थान के माउंट आबू स्थित ब्रह्मकुमारीज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में शनिवार को दो दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। आध्यात्म, विज्ञान और पर्यावरण विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में भारत सहित विश्व के 140 देशों से प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। उद्घाटन सत्र में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जीवन में बड़ा काम करने के लिए बड़ा मन होना जरूरी है। छोटे मन का व्यक्ति बड़ा काम नहीं कर सकता है। जितना बड़ा आपका मन होगा उतना ही जीवन में आनंद की मात्रा बढ़ती चली जाएगी।
गिरिजाघर में केवल जाकर प्रार्थना करने से व्यक्ति आध्यात्मिक नहीं होता है। जितना वह बड़ा करता चला जाता है उतना जीवन में आध्यात्मिक ऊंचाइयों को छूता जाता है। मंदिर में पूजा अर्चना, मस्जिद में इबादत करने के साथ मन बड़ा करने की जरूरत है।
उन्होंने ने कहा कि हमारे देश के ऋषि-मुनियों ने ही शून्य का आविष्कार किया और आध्यात्म की खोज की। विज्ञान, आध्यात्म और धर्म ये एक-दूसरे के विपरीत है ये अवधारणा विदेशों की है। भारत की अवधारणा है विज्ञान और आध्यात्म दोनों एक-दूसरे के पूरक और एक हैं। चरक, आरोहक, सुषुप्त, आर्यभट्ट ऋषि जितने बड़े ऋषि थे उतने ही बड़े साइंटिस्ट भी थे।
यहां से दिया जा रहा विश्व शांति का संदेश: मुख्य न्यायाधीश
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने कहा कि ब्रह्मकुमारीज द्वारा दी जा रही सेवाएं मानव को सही दिशा में ले जा रही है । संसार को जिस शांति की जरूरत है उस वातावरण का निर्माण यहां हो रहा है। कम बोलो, धीरे बोलो, मीठा बोलो ये शब्द यहां मंत्र की तरह कार्य करते हैं। पवित्रता आत्मा की मूल संपदा है। यहां से मन, बुद्धि और कर्मों को शांति के पथ पर ले जाने के लिए आध्यात्मिकता की शिक्षा दी जा रही है। इस संस्था की पवित्रता हर मानव को आध्यात्म से परिपूर्ण करने में मदद करती है।
इस मौके पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पूर्व पत्नी टीवी एक्ट्रेस मारला मैपल ने कहा कि अमेरिका इन दिनों कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, लेकिन हमारे आसपास के बेहतरीन लोग और दोस्त जीवन को आनंद से भर देते है।
उन्होंने कह कि मैंने कुंडलिनी योग, ब्रह्मकुमारीज के राजयोग मेडिटेशन और शाकाहारी भोजन को अपनी दिनचर्या में शामिल किया है। मैंने कई तरह का भोजन किया है, लेकिन शाकाहार सबसे उत्तम है। मांसाहार से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है।
इस मौके पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, राज्य के गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, सांसद देवजी पटेल, विधायक जगसीराम कोली, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया सहित देश-विदेश के 6 हजार से अधिक लोग मौजूद थे।