टीकाकरण में पीछे छूट रहे बिहार और उत्तर प्रदेश, पल्स पोलियो की तर्ज पर चलेगा अभियान
पल्स पोलियो अभियान की रजत जयंती के अवसर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अगले महीने दो दिसंबर से देश के 271 जिलों में सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 शुरू किया जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर सरकार देश के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। पल्स पोलियो अभियान की रजत जयंती के अवसर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अगले महीने दो दिसंबर से देश के 271 जिलों में 'सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0' शुरू किया जाएगा, जिनमें टीकाकरण से वंचित रहे बच्चों की संख्या ज्यादा है। इनमें बिहार और उत्तर प्रदेश के 652 ब्लॉक पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हर्षवर्धन ने कहा कि देश से सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने में पल्स पोलियो अभियान के अनुभवों से सहायता मिलेगी।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में हर साल दो करोड़ 60 लाख बच्चे पैदा होते हैं। इनमें से 87 फीसद बच्चों को टीके के पूरी खुराक मिल जाती है। लेकिन 31 लाख बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें किसी न किसी कारण से टीके के पूरी खुराक नहीं मिल पाती है। जाहिर है ऐसे बच्चों के विभिन्न बीमारियों की गिरफ्त में आने की आशंका बनी रहती है। हर्षवर्धन ने कहा कि नए अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दो साल की आयु तक टीके से एक भी बच्चा वंचित नहीं रहेगा। इसके लिए ऐसे जिलों और ब्लॉकों की पहचान की गई है, जहां बच्चे और गर्भवती महिलाएं टीके से वंचित रह जाती है। 'सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0' के तहत पल्स पोलियो की तर्ज पर टीकाकरण का अभियान चलाया जाएगा। हर्षवर्धन ने कहा कि दो दिसंबर के बाद हर महीने सात दिनों तक टीकाकरण का अभियान चलेगा।
1994 में शुरू किये गए पल्स पोलियो अभियान को याद करते हुए हर्षवर्धन ने बताया कि इसमें किस तरह आरएसएस और सेवा भारती ने अहम भूमिका निभाई थी। इनमें आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से लेकर जमीनी स्तर पर काम करने वाले स्वयंसेवक शामिल थे। लेकिन कभी भी इसका श्रेय लेने की कोशिश नहीं की। हर्षवर्धन के अनुसार खुद उन्होंने अहमदाबाद के कर्णावती में आरएसएस नेताओं और प्रचारकों के सामने पल्स पोलियो अभियान पर 45 मिनट का प्रजेंटेशन दिया था। आरएसएस के तत्कालीन सरसंघचालक केसी सुदर्शन ने सभी राज्यों का दौरा कर स्वयंसेवकों को पल्स पोलियो अभियान में सहयोग करने का निर्देश दिया था।