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गुहा ने कहा- वामदलों के पाखंड के चलते देश में हिंदुत्ववादी ताकतें मजबूत हुईं

पांचवीं पीढ़ी के राजवंशी राहुल गांधी का कर्मठ नरेंद्र मोदी के सामने राजनीति में कोई भविष्य नहीं है। नरेंद्र मोदी सेल्फमेड हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 01:04 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 01:04 AM (IST)
गुहा ने कहा- वामदलों के पाखंड के चलते देश में हिंदुत्ववादी ताकतें मजबूत हुईं
गुहा ने कहा- वामदलों के पाखंड के चलते देश में हिंदुत्ववादी ताकतें मजबूत हुईं

बेंगलुरु, एजेंसियां। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक और जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने वामपंथी दलों को निशाने पर लिया है। गुहा का कहना है कि वामदलों के पाखंड के चलते ही देश में हिंदुत्ववादी ताकतों को मजबूती मिली है। वामदलों को भारत से ज्यादा दूसरे देशों से लगाव है।

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राहुल गांधी में नेतृत्व करने की क्षमता नहीं

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी में नेतृत्व करने की क्षमता नहीं है। हालांकि, राहुल गांधी को लेकर दिए बयान पर विवाद होने पर शनिवार को उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान के कुछ हिस्से को ही उठाया गया, जबकि कई मुद्दों पर उन्होंने अपने विचार रखे थे।

केरल लिटरेचर फेस्टिवल में गुहा का वामदलों पर प्रहार 

कोझिकोड में शुक्रवार को केरल लिटरेचर फेस्टिवल (केएलएफ) के दूसरे दिन गुहा ने वामदलों पर जमकर प्रहार किया था। उनका कहना था कि वामदल पूरे देश में सिमटते जा रहे हैं, लेकिन वो मुगालते में हैं। यह वामदलों का पाखंड ही है, जिसके चलते हिंदुत्व आज इतना प्रभावी हो गया है। आज वामदल सिर्फ केरल में ही सत्ता में रह गए हैं। वामदल विश्वद्यिालयों, बुद्धिजीवियों, कलाकारों और फिल्म निर्माताओं के बीच ही प्रभावी हैं।

वामदल वैचारिक रूप से पाखंडी हो गए

वामदल वैचारिक रूप से पाखंडी हो गए हैं क्योंकि वो भारत से ज्यादा दूसरे देशों से प्यार करते हैं। गुहा ने कहा कि हिंदुत्व का बढ़ना देश के लिए खतरा है। अगर हिंदुत्ववादी ताकतें इसी तरह मजबूत होती जाएंगी तो देश बर्बाद हो जाएगा।

भाजपा से मुकाबले के लिए स्थिर विपक्ष की जरूरत

गौरतलब है कि केएलएफ में शुक्रवार को 'देशभक्ति बनाम अंधराष्ट्रीयता' विषय पर विचार रखते हुए गुहा ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी से मुकाबले के लिए एक विश्वसनीय और स्थिर विपक्ष की जरूरत है। राहुल गांधी में वो क्षमता नहीं है कि वो ऐसे विपक्ष को नेतृत्व दे सकें।

मोदी के सामने राहुल का राजनीति में कोई भविष्य नहीं

'पांचवीं पीढ़ी के राजवंशी' राहुल गांधी का कर्मठ नरेंद्र मोदी के सामने राजनीति में कोई भविष्य नहीं है। नरेंद्र मोदी सेल्फमेड हैं। उन्होंने 15 वर्षो तक एक राज्य को चलाया है। उनके पास प्रशासनिक अनुभव है। वह बेहिसाब मेहनती हैं और कभी छुट्टी पर यूरोप नहीं जाते। उन्होंने यह भी कहा था कि युवा भारत पांचवीं पीढ़ी का राजवंशी नहीं चाहता।

गांधी और नेहरू परिवार ने कांग्रेस के भीतर दूसरे नेतृत्व को पनपने नहीं दिया

गुहा ने कहा था कि गांधी और नेहरू परिवार ने कांग्रेस के भीतर दूसरे नेतृत्व को पनपने नहीं दिया। भारत में तेजी से सामंतवाद खत्म हो रहा है और लोकतंत्र मजबूत हो रहा है, लेकिन कांग्रेस में ठीक इसके उलट हो रहा है। उन्होंने आगे कहा था, 'आप (सोनिया) दिल्ली में हैं, आपकी सल्तनत तेजी से सिमट रही है, लेकिन आपके चमचे आपको बता रहे हैं कि आप अभी भी बादशाह हैं।'


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