Move to Jagran APP

दिवाली के लिए बाजार में उपलब्ध होंगे Green Crackers, सामान्य पटाखों से भी होगी कम कीमत

Green Crackers सस्ती कीमत पर उपलब्ध होंगे। इनकी कीमत वर्तमान पटाखों से ज्यादा नहीं होगी। इनके रसायनों के संयोजन में बदलाव किया गया है जिससे उनकी कीमत घट गई है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sat, 05 Oct 2019 11:50 PM (IST)Updated: Sun, 06 Oct 2019 01:42 AM (IST)
दिवाली के लिए बाजार में उपलब्ध होंगे Green Crackers, सामान्य पटाखों से भी होगी कम कीमत
दिवाली के लिए बाजार में उपलब्ध होंगे Green Crackers, सामान्य पटाखों से भी होगी कम कीमत

नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन (Dr. Harshvardhan) ने शनिवार को घोषणा की कि दिवाली के लिए ग्रीन पटाखे (पर्यावरण अनुकूल) अब बाजार में उपलब्ध होंगे। इनसे 30 प्रतिशत तक कम प्रदूषषण होता है और ये सस्ते भी हैं।

loksabha election banner

यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बगैर लोगों की भावनाओं का ध्यान रखा जा सके। इन पटाखों को बनाने वाली 'वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषषद' (CSIR) के कार्यक्रम में हर्षवर्धन ने कहा, 'हमने अपने वैज्ञानिकों से प्रदूषषण फैलाने वाले पटाखों का विकल्प तैयार करने की अपील की थी ताकि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बगैर लोगों की भावनाओं का ध्यान रखा जा सके।'

सस्ती कीमत पर उपलब्ध होंगे ग्रीन पटाखे

उन्होंने कहा कि इससे पटाखा उद्योग को भी मदद मिलेगी। सीएसआईआर-नीरी की पर्यावरण सामग्री शाखा की प्रमुख और मुख्य वैज्ञानिक साधना रायालु ने कहा, 'ग्रीन पटाखे सस्ती कीमत पर उपलब्ध होंगे। इनकी कीमत वर्तमान पटाखों से ज्यादा नहीं होगी। इनके रसायनों के संयोजन में बदलाव किया गया है जिससे उनकी कीमत घट गई है।' हालांकि उन्होंने इन पटाखों की वास्तविक कीमत नहीं बताई।

सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों के उत्पादन पर लगाया था प्रतिबंध

मालूम हो कि पिछले साल दिवाली से ठीक पहले सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों के उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया था। शीषर्ष अदालत का कहना था कि देश में प्रदूषण स्तर पर नियंत्रण के लिए सिर्फ कम प्रदूषषण वाले ग्रीन पटाखे बेचने की ही अनुमति होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश तब पारित किया था जब केंद्र सरकार ने सुझाव दिया था कि पटाखों के रसायन संयोजन में बदलाव करके प्रदूषषण स्तर में कमी लाई जा सकती है। लेकिन उस समय पटाखा निर्माताओं और विक्रताओं को यह बात समझ में नहीं आई थी और बमुश्किल ही बाजार में ग्रीन पटाखे उपलब्ध थे। 

यह भी पढ़ें: Ayodhya Case: खुदाई में मिला गोलाकार पूजास्थल और भी बहुत कुछ, मुस्लिम पक्षकार बेवजह मामले को बना रहे पेचीदा

यह भी पढ़ें: Terror Funding Case: अलगाववादी नेता शब्बीर शाह के परिवार को 10 दिन में मकान खाली करने का नोटिस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.