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संसद सत्रः हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित

जारी गतिरोध खत्म कराने के लिए विजय गोयल ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। र्टियों के विरोध के कारण संसद का कामकाज लगातार 14वें दिन भी ठप रहा।

By Arti YadavEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 07:43 AM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 12:35 PM (IST)
संसद सत्रः हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
संसद सत्रः हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित

नई दिल्ली, (प्रेट्र)। बजट सत्र के 15वें दिन भी हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित हो गई। राज्यसभा की कार्यवाही जहां सोमवार तक स्थगित है, वहीं लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित है। अाज राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही टीडीपी के सासंदों ने वेल में आकर हंगामा किया  जिसके बाद राज्यसभा सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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लोकसभा स्पीकर ने सदन को बताया कि मुझे अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं लेकिन इस हंगामे में प्रस्ताव का समर्थन कर रहे 50 सांसदों की गिनती नहीं कर सकतीं। उन्होंने वेल में हंगामा कर रहे सांसदों से अपनी निर्धारित सीट पर वापस जाने की अपील की। स्पीकर ने कहा कि सदन ऑर्डर में नहीं है ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव को सदन में नहीं रखा जा सकता। स्पीकर ने सदन में कहा कि कई सांसदों में मुझसे मुलाकात कर रामनवमी की वजह से सोमवार तक सदन का अवकाश करने की मांग की है और उनकी मांग को मंजूरी दे दी गई है

संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी ने संसद में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। एससी / एसटी अधिनियम पर अनुसूचित जाति के खिलाफ सरकार की फाइल समीक्षा याचिका की मांग कर रहे हैं। नेताओं ने 'दलितों के सम्मान में, राहुल गांधी मैदान में' नारे लगाए।

आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग को लेकर टीडीपी संसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। टीडीपी सांसद नरमल्ली शिवप्रसाद ने विरोध जताने  के लिए एक मवेशियों के रूप में कपड़े पहन कर संसद आए। शिवप्रसाद इससे पहले एक बार विरोध में महिला के कपड़ों में संसद आ चुके हैं।

जारी गतिरोध खत्म कराने के लिए संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने गुरुवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद से उनके आवास पर मुलाकात की। विभिन्न पार्टियों के विरोध के कारण संसद का कामकाज लगातार 14वें दिन भी ठप रहा।

आजाद के अलावा ऊपरी सदन में अन्नाद्रमुक नेता वी. मैत्रेयन, तेदेपा नेता वाईएस चौधरी से मुलाकात के बाद गोयल ने कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराना चाहती है। लोकसभा में बहुमत के बावजूद सरकार इससे पीछे नहीं हटना चाहती है। उन्होंने कहा कि वह टीआरएस और तृणमूल कांग्रेस सहित प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि गोयल और आजाद के बीच एक घंटे तक बातचीत चली। वह शुक्रवार को अन्य नेताओं से भी मिलेंगे।

बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से शुरू होने के बाद से ही लोकसभा व राज्यसभा में कई मुद्दों पर विपक्षी पार्टियों ने गतिरोध बना रखा है। तेदेपा के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने, कांग्रेस ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाला और अन्नाद्रमुक ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड गठित करने की मांग को लेकर सदन में विरोध दर्ज किया है। वहीं टीआरएस तेलंगाना में नौकरियों में आरक्षण कोटा बढ़ाने की मांग कर रही है।

गोयल ने कहा कि बजट सत्र के दूसरे हिस्से के 23 दिनों में से 14 दिन बर्बाद हो चुके हैं। अब केवल नौ दिन शेष बचे हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने संसद में विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। अब मैं उनके आवास पर जाकर उन्हें समझाऊंगा और उनके मुद्दे पर चर्चा शुरू कराऊंगा।'


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