वायु सेना में 1,875 महिला अधिकारी, इनमें से 10 फाइटर पायलट और 18 नेविगेटर के तौर पर कर रहीं काम
रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाईक ने राज्य सभा में शनिवार को बताया कि पहली सितंबर 2020 तक भारतीय वायु सेना में महिला अधिकारियों की संख्या 1875 हो गई है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्र सरकार ने राज्य सभा में शनिवार को बताया कि पहली सितंबर 2020 तक भारतीय वायु सेना में महिला अधिकारियों की संख्या 1,875 हो गई है। इनमें से 10 महिला अधिकारी फाइटर पायलट हैं जबकि 18 महिला अधिकारी नेविगेटर हैं। रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाईक (Shripad Naik) ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि महिला अधिकारियों को फाइटर पायलट के रूप में शामिल करने के लिए भारतीय वायुसेना ने मंत्रालय को प्रस्ताव दिया था। मंत्रालय के अनुमोदन के बाद भारतीय वायु सेना ने 2016 में फाइटर फ्लाइंग ब्रांच में महिला SSC अधिकारियों की भर्ती लिए योजना शुरू की जिसके तहत अब तक 10 महिला फाइटर पायलटों की नियुक्ति की गई है।
रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने एक अन्य सवाल के जवाब में यह भी बताया कि सशस्त्र सेनाओं के 22,353 सेवारत कर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। यही नहीं सशस्त्र सेनाओं संक्रमण से अब तक कुल 41 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। राज्यसभा में लिखित जवाब में नाइक ने बताया सशस्त्र सेनाओं के सभी अस्पताल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए उपयुक्त रूप से सुसज्जित हैं। इन अस्पतालों में एंटी वाइरल औषधियों (फेविपिराविर और रेमडेसीविर) और इम्यूनो-माडुलेटरी एजेंट (टोसिलिजुमाब प्रीडनिसोलोन आदि) की काफी व्यवस्था है।
श्रीपद नाइक ने यह भी बताया कि सशस्त्र सेनाओं के दो अस्पतालों में गम्भीर रूप से बीमार मरीजों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है। महामारी की शुरुआत में सशस्त्र सेनाओं के सभी अस्पतालों को कोविड केयर के लिए सभी जरूरी उपकरणों जैसे वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, पीपीई, फेस मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल मॉनिटर आदि से लैस करने के लिए आर्डर जारी किए गए थे। रक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए छुट्टियों से लौटने वाले कर्मचारियों को 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहना अनिवार्य किया गया है।