वेंकैया नायडू ने कहा, सरकारों को किसानों के कल्याण को देनी चाहिए प्राथमिकता
नायडू ने कहा कि सभी सरकारों को किसानों के कल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए और लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना चाहिए। किसानों और सरकार के बीच हमेशा संवाद होना चाहिए। किसानों की समस्याओं को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। जब इसे वोटों से जोड़ा जाता है तो विभाजन होता है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन पर उपराष्ट्रपति (Vice President) वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने कहा है कि किसानों और सरकार के बीच हमेशा संवाद होना चाहिए, लेकिन समस्या को कभी राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी सरकारों को किसानों के कल्याण को प्राथमिकता देनी चाहिए और लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना चाहिए। किसानों और सरकार के बीच हमेशा संवाद होना चाहिए। किसानों की समस्याओं को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। जब इसे वोटों से जोड़ा जाता है, तो विभाजन होता है।
#WATCH | All govts should give priority to welfare of farmers & ensure remunerative prices. There must always be a dialogue between farmers & govt. Farmers’ problems should not be linked to politics. When it is linked to votes, then division happens: Vice President Naidu (19.09) pic.twitter.com/lbi4xhaJXa
— ANI (@ANI) September 20, 2021
बता दें कि रविवार को गुरुग्राम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सर छोटूराम के लेख व भाषणों पर आधारित पुस्तकों के पांच संस्करण का विमोचन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि मोरारजी देसाई, अटलजी, चौधरी चरण सिंह और देवीलाल सभी चाहते थे कि किसान अपनी फसल देश में कहीं भी बेच सकें। सरकार के साथ किसानों का संवाद जरूरी है। यह देश के हित में है। किसानों को भी पता होना चाहिए कि उनकी भलाई के लिए मार्केट में क्या हो रहा है। ओपन मार्केट सिस्टम जरूरी है। डिमांड नहीं होने पर सरकार को खरीद करनी चाहिए। यह मेरा अपना मानना है। उन्होंने आगे कहा कि किसान की समस्या को राजनीति के साथ नहीं जोड़ना चाहिए। किसानों को सड़क और बिजली चाहिए। किसानों को मुफ्त सुविधाएं नहीं चाहिए। जो मुफ्त की बात करते हैं वह राजनीति करते हैं। कोरोना काल में सब प्रभावित हुआ, लेकिन खेती पर भी असर नहीं पड़ा। इस दौरान कृषि उत्पादन बढ़ा है।