शोधार्थियों को सरकार का तोहफा, फेलोशिप में छह से सात हजार तक की बढ़ोत्तरी
चुनाव से पहले सरकार ने शोधार्थियों को एक बड़ा तोहफा देते हुए उन्हें मिलने वाली फेलोशिप की राशि को बढ़ा दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव से पहले सरकार ने शोधार्थियों को एक बड़ा तोहफा देते हुए उन्हें मिलने वाली फेलोशिप की राशि को बढ़ा दिया है। इसके तहत उन्हें अब हर महीने छह से सात हजार रुपए ज्यादा मिलेंगे। इस बढ़ोत्तरी के बाद जूनियर रिसर्च फेलो (जेआरएफ) को अब हर महीने 31 हजार रुपए मिलेंगे, जबकि सीनियर रिसर्च फेलो (एसआरएफ) को 35 हजार रुपए मिलेंगे। बढ़ी हुई यह राशि शोधार्थियों को एक जनवरी 2019 से मिलेगी।
सरकार ने शोधार्थियों को तोहफा एक फरवरी को बजट आने से पहले ही दिया है। इसके अलावा रिसर्च एसोशिएट को मिलने वाले मानदेय को भी बढ़ाया गया है। जिसमें 11 से 14 हजार तक की बढ़ोत्तरी गई है। इसके तहत रिसर्च एसोसिएट को अब पहले साल में हर महीने 47 हजार रुपए मिलेंगे।
जबकि दूसरे साल में 49 हजार और तीसरे साल में 54 हजार रुपए हर महीने मिलेंगे। अभी तक पहले साल में इन्हें 36 हजार रुपये ही मिलते थे, जबकि दूसरे साल 38 हजार और तीसरे साल 40 हजार रुपए मिल रहे है। फेलोशिप में इससे पहले बढ़ोत्तरी 2014 में हुई थी।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बुधवार को बढ़ोत्तरी को लेकर यह आदेश जारी कर दिया है। वहीं इसका फायदा केंद्र सरकार के सभी विभागों और उनसे जुड़ी एजेंसियों की ओर से दी जाने वाली फेलोशिप से जुड़े शोधार्थियों को मिलेगी। इनमें सीएसआईआर, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च, इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च, डीआरडीओ, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस जैसे सभी संस्थानों पर लागू होगा।
करीब दो लाख शोधार्थियों को मिलेगा सीधा फायदा
सरकार के इस फैसले से शोध के क्षेत्र में काम कर रहे करीब दो लाख शोधार्थियों को सीधा फायदा मिलेगा। पिछले कुछ समय से वह फेलोशिप में बढोत्तरी की मांग को लेकर आंदोलित थे। इसे लेकर इन छात्रों ने हाल ही में दिल्ली में भी बड़ा प्रदर्शन किया था। हालांकि उनकी मांग फेलोशिप में 80 फीसद बढ़ोत्तरी की थी, जबकि यह बढ़ोत्तरी 35 फीसद तक ही की गई है। फेलोशिप में बढ़ोत्तरी 2014 से पहले 2010, 2007 और 2006 में भी की गई थी।