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चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी बना रहे ऐसे बहाने, कलेक्टर ने कहा रिटायरमेंट ले लो

रायपुर के चार शिक्षकों की लोकसभा चुनाव में बतौर पीठासीन अधिकारी ड्यूटी लगाई है। ड्यूटी लगाए जाने के बाद इन शिक्षकों की रातों की नींद हराम हो गई।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 06:14 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 12:46 AM (IST)
चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी बना रहे ऐसे बहाने, कलेक्टर ने कहा रिटायरमेंट ले लो
चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी बना रहे ऐसे बहाने, कलेक्टर ने कहा रिटायरमेंट ले लो

राज्य ब्यूरो, रायपुर। लोकसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं और निर्वाचन आयोग ने कर्मचारियों को मैदानी ड्यूटी पर जाने का फरमान जारी कर दिया है। राज्य के संवेदनशील नक्सल इलाकों में चुनाव ड्यूटी पर जाने की बात से ही बहुत से कर्मचारियों के सामने आफत का पहाड़ आ गया है। पिछले दिनों चुनाव ड्यूटी पर जाने की बात को लेकर सीआरपीएफ के एक जवान का अपनी पत्नी से विवाद हुआ था जिसके बाद जवान ने पत्नी की हत्या कर दी थी। चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए कोई डायबिटीज तो कोई मानसिक स्थिति ठीक न होने का हवाला दे रहा है। ड्यूटी से बचने के बहाने करने वाले ऐसे ही चार शिक्षकों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति की अनुशंसा कलेक्टर ने कर दी।

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रायपुर के चार शिक्षकों की लोकसभा चुनाव में बतौर पीठासीन अधिकारी ड्यूटी लगाई है। ड्यूटी लगाए जाने के बाद इन शिक्षकों की रातों की नींद हराम हो गई। इन शिक्षकों ने बीमारी होना बताकर पीठासीन अधिकारी के सामने चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए अर्जी दी थी। इनमें से तीन शिक्षकों ने ड्यूटी न करने के पीछे डायबिटीज और एक ने मानसिक स्थिति ठीक न होना वजह बताई थी। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. बसवराजू एस को इन शिक्षकों का इस तरह ड्यूटी के लिए आनाकानी करना नागवार गुजरा और उन्होंने इन शिक्षकों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति की सिफारिश कर दी है।

उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर से छानबीन कर 20 वर्ष सेवा अवधि पूरी होने पर इसके लिए प्रक्रिया करने को कहा है। डीईओ चंद्राकर ने बताया कि जांच शुरू हो गई है। इन शिक्षकों में पूर्व माध्यमिक शाला छाटा के उच्च वर्ग शिक्षक मनोज कुमार साहू ने आवेदन में कहा है कि शुगर अधिक होने से उन्हें आंख से दिखाई नहीं देता है, अक्षर नहीं पढ़ पाते हैं और पैर में सूजन में है। शासकीय उमावि टेकारी की व्याख्याता पंचायत नमिता वर्मा ने मानसिक रूप से दायित्व का निर्वहन नहीं कर पाने का उल्लेख किया है। शाउमावि टेकारी कुंडा की व्याख्याता एलबी रचना मिश्रा और विद्या मंदिर जुगेश्वर के प्रधानपाठक गोपीराम जांगड़े ने खुद को डायबिटीज का मरीज बताया है। गोपीराम ने भी लिखा है कि उन्हें ठीक से दिखाई नहीं देता।


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