Maharashtra Crisis: महा राज्यपाल ने राज्य के डीजीपी को लिखा पत्र, एकनाथ शिंदे खेमे के विधायकों की सुरक्षा मांगी
Maharashtra Crisis महाराष्ट्र की राजनीति में कोहराम मचा हुआ है। सियासी संग्राम के चलते सब कुछ उथल-पुथल हो गया है। वहीं ऐसे में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे खेमे के विधायकों और उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के DGP को पत्र लिखा।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र की राजनीति कड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है। राज्य में सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। इस खींचातानी में सब कुछ उथल पुथल हो गया है। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखा है। इसमें राज्यपाल ने एकनाथ शिंदे खेमे के विधायकों और उनके परिवारों को तत्काल आधार पर सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा-
- राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा, 'मुझे शिवसेना के 38 विधायकों, प्रहार जनशक्ति पार्टी के 2 विधायकों और 7 निर्दलीय विधायकों से 25 जून 2022 को एक अभ्यावेदन मिला है कि उनके परिवारों की पुलिस सुरक्षा अवैध और अवैध रूप से वापस ले ली गई है।'
- डीजीपी को पत्र कोश्यारी ने कहा, 'उन्होंने कुछ राजनीतिक नेताओं द्वारा भड़काऊ और धमकी भरे बयानों के संदर्भ में अपने घरों और परिवारों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता जताई है।'
- उन्होंने कहा कि पहले ही कुछ विधायकों के कार्यालयों और घरों में तोड़फोड़ की जा चुकी है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
- राज्यपाल ने कहा, 'इसलिए मैं आपको विधायकों, उनके परिवारों और घरों को तत्काल आधार पर पर्याप्त पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश देता हूं।'
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बुलाई बैठक-
इन तमाम राजनीतिक खींचातानी के बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए रविवार को असम के गुवाहाटी के एक होटल में अपने साथ डेरा डाले हुए विधायकों की बैठक बुलाई है। बता दें कि महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल शिवसेना में गुटीय युद्ध से शुरू हुई जब मंत्री एकनाथ शिंदे कुछ विधायकों के साथ सूरत गए और फिर गुवाहाटी गए, जहां उन्होंने 55 शिवसेना विधायकों में से 38 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया, जो कि दो से अधिक है।
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने शिवसेना के 16 बागी विधायकों को नोटिस भेजा है। अयोग्यता की सुनवाई के लिए विधायकों को सोमवार को मुंबई में मौजूद रहना है।