गडकरी ने कहा- लालफीताशाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त, अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की चेतावनी
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने मंत्रालय में काम न करने वाले और उसमें बाधक बने अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की चेतावनी दी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने मंत्रालय में काम न करने वाले और उसमें बाधक बने अधिकारियों को 'बाहर का रास्ता दिखाने' की चेतावनी दी है।
जो अधिकारी न खुद काम करते हैं और न दूसरों को करने देते हैं उन्हें बाहर किया जाएगा
गडकरी ने कहा है कि ऐसे अधिकारी जो फाइलें दबाकर बैठे रहते हैं और न तो खुद कोई फैसला करते हैं और न दूसरों को करने देते हैं उन्हें बाहर किया जाएगा। लालफीताशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
फाइलें दबाकर बैठने वाले अधिकारियों को निकालेंगे: गडकरी
गडकरी ने सोमवार को यहां सड़क सुरक्षा से जुड़े संगठनों की बैठक में स्पष्ट कहा कि धैर्य की सीमा होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी जो समय पर निर्णय न कर सड़क सुरक्षा से समझौता करते हैं या जो विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में गड़बड़ी या गलत सड़क इंजीनियरिंग के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
काम न करने वाले और निर्णय न लेने वाले अधिकारियों को बाहर किया जाएगा
गडकरी ने कहा, 'सरकार में काम न करने वाले अधिकारियों को बाहर किया जाएगा। उनका कहना था कि ऐसे अधिकारियों में संवेदना नहीं होती और उनमें निर्णय लेने की योग्यता नहीं होती।
अधिकारी गलत डीपीआर तैयार करते हैं और बरसों तक फाइल दबाकर बैठे रहते हैं
वे गलत डीपीआर तैयार करते हैं और बरसों तक फाइल दबाकर बैठते हैं। वे न तो खुद कोई फैसला करते हैं और न ही दूसरों को करने देते हैं।'
गडकरी ने कहा- इस साल हम प्रतिदिन 30 किलोमीटर सड़क बनाने लगेंगे
गडकरी ने कहा, 'इस साल हम प्रतिदिन 30 किलोमीटर सड़क बनाने लगेंगे। प्रधानमंत्री ने पूछा है कि जो लोग काम नहीं करते हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। ऐसे कितने लोगों को सेवानिवृत्त किया गया है।
गडकरी ने सचिव से कहा- काम नहीं करने वाले कितने लोगों को सेवानिवृत्त किया
मैंने अपने सचिव से पूछा है कि काम नहीं करने वाले कितने लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है।'