तिहाड़ जेल में बंद पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री चिदंबरम की भी थी इसरो के मिशन चंद्रयान-2 पर नजर
सेल में किसी को भी चारपाई नहीं दी जाती है। ऐसे में चिदंबरम भी फर्श पर ही सो रहे हैं। उन्होंने अभी तक चारपाई की मांग नहीं की है। उन पर जेल प्रशासन पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। देश के दूसरे नागरिकों की तरह तिहाड़ जेल में बंद पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम भी इसरो के मिशन चंद्रयान-टू पर नजर रखे हुए थे। वह रातभर इसको लेकर उत्सुक रहे और सुबह होते ही कर्मचारियों से मिशन की जानकारी ली। शनिवार को कोई भी उनसे मिलने के लिए नहीं आया।
आइएनएक्स मीडिया मामले में गुरुवार रात 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजे गए चिदंबरम शनिवार को भी देर से सोकर उठे और प्रार्थना में भाग नहीं लिया। सूत्रों ने बताया कि सेल में टीवी नहीं होने की वजह से वे जेल कर्मचारियों से इस बाबत जानकारी हासिल कर रहे थे।
शनिवार सुबह जब उनकी सेल में जेल प्रशासन का कर्मचारी गया तो सबसे पहले चंद्रयान-2 के बारे में ही पूछा। इसके बाद अखबार पढ़ने की इच्छा जताई। बैरक में जाकर अन्य कैदियों के साथ टेलीविजन देखा। लाइब्रेरी में भी कुछ समय बिताया।
जेल अधिकारियों ने बताया कि सेल में किसी को भी चारपाई नहीं दी जाती है। ऐसे में चिदंबरम भी फर्श पर ही सो रहे हैं। उन्होंने अभी तक चारपाई की मांग नहीं की है। जेल मैन्युअल के हिसाब से ही उनको खाना दिया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि चिदंबरम पर जेल प्रशासन पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। नियम के मुताबिक जेल में हर कैदी की काउंसलिंग की जाती है। चिदंबरम की काउंसलिंग भी अगले एक-दो दिन में की जाएगी।
पहले दिन थी मायूसी, अब धीरे-धीरे हो रहे सहज
सूत्रों के मुताबिक जेल में पहले दिन चिदंबरम के चेहरे पर मायूसी थी, लेकिन अब वे धीरे-धीरे सहज हो रहे हैं। पहले दिन तो किसी भी कर्मचारी से बात नहीं कर रहे थे, लेकिन अब जो भी कर्मचारी उनकी सेल में जाता है। उससे बात कर रहे हैं और सहज दिख रहे हैं।