नहीं रहे अटल बिहारी वाजपेयी, एम्स में ली अंतिम सांस
एम्स द्वारा जारी नए हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है, उनकी हालत अभी नाजुक है और वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक बनी हुई है। एम्स की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत को लेकर एक और हेल्थ बुलेटिन जल्द ही जारी किया गया जाएगा। इससे पहले दोपहर करीब 11 बजे दिए गए हेल्थ बुलेटिन में जानकारी दी गई कि पूर्व प्रधानमंत्री की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है, उनकी हालत अभी नाजुक है और वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं।
वाजपेयी को सांस लेने में परेशानी, यूरीन व किडनी में संक्रमण होने के कारण 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था। अटलजी के करीबी रिश्तेदारों को एम्स बुला लिया गया है। भाजपा ने अपने सभी कार्यक्रम रद कर दिए हैं। देशभर में हलचल तेज हो गई है और लाखों हाथ अटल जी के लिए दुआओं में उठ रहे हैं। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार दोपहर एम्स पहुंचे और अटल की सेहत के बारे में जानकारी ली।
नेताओं का हालचाल जानने आना-जाना जारी
लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने आज एम्स पहुंचकर वाजपेयी का हालचाल जाना। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एम्स पहुंचने वाली हैं।
युवा कांग्रेस नेता शाकिर खान ने मध्यप्रदेश में ग्वालियर की दरगाह पर अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत के लिए प्रार्थना करते हुए चादर चढ़ाई।
बुधवार को वाजपेयी से मिलने पहुंचे पीएम मोदी
दिल्ली के एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक है। वाजपेयी की तबीयत बिगड़ने की खबरों के बीच बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स पहुंचे। पीएम मोदी ने करीब एक घंटे तक एम्स के डॉक्टरों से वाजपेयी के स्वास्थ्य पर चर्चा की। वहीं एम्स मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि पिछले 24 घंटों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बिगड़ी है। वह अभी लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर हैं।
बुधवार को पूरा देश उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने को उत्सुक रहा। इस दौरान एम्स के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। बुधवार दोपहर भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत खराब होने की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एम्स पहुंच कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वाजपेयी के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए शाम को एम्स के बाहर मीडिया का जमावड़ा लग गया। शाम करीब सात बजे वाजपेयी की कुशलक्षेम पूछने पीएम मोदी बिना ट्रैफिक रूट के ही अचानक एम्स पहुंचे और करीब आठ बजे तक रुके।
प्रधानमंत्री के एम्स से जाने के बाद दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी रोमिल बनिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी को देखने आए थे। उनका स्वास्थ्य स्थिर है और वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। बाद में पूर्व प्रधानमंत्री को देखने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, हर्षवर्धन, सुरेश प्रभु, जितेंद्र सिंह, अश्विनी कुमार चौबे और भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन भी एम्स पहुंचे।
एम्स के सूत्रों के मुताबिक बुधवार सुबह वाजपेयी को सांस लेने में तकलीफ हुई थी। इसके बाद उन्हें जरूरी दवाइयां दी गई थीं। दोपहर तक उनकी तबीयत स्थिर हो गई थी। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री पिछले दो माह से एम्स में भर्ती हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। उन्हें सांस लेने में परेशानी, यूरीन व किडनी में संक्रमण होने के कारण 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य में सुधार की कामना की।
एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया की देखरेख में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि सुबह से अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक बताई जा रही है। एम्स के अनुभवी डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए है।
गौरतलब है कि भाजपा के संस्थापकों में शामिल वाजपेयी 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
काफी दिनों से बीमार हैं वाजपेयी
आपको बता दें कि वाजपेयी काफी दिनों से बीमार हैं और वह करीब 15 साल पहले राजनीति से संन्यास ले चुके थे। अटल बिहारी वाजपेयी ने लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर भाजपा की स्थापना की थी और उसे सत्ता के शिखर पहुंचाया। भारतीय राजनीति में अटल-आडवाणी की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई है। अटल बिहारी देश के उन चुनिन्दा राजनेताओं में से हैं जिन्हें दूरदर्शी माना जाता है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में ऐसे कई फैसले लिए जिसने देश और उनके खुदके राजनीतिक छवि को काफी मजबूती दी।