डीएमके से नहीं बनी कांग्रेस की बात, मनमोहन के तमिलनाडु से राज्यसभा पहुंचने पर लगा विराम
तमिलनाडु से राज्यसभा की 6 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 18 जुलाई को होंगे। यह सीटें अन्नाद्रमुक के 4 द्रमुक के 1 भाकपा के 1 सदस्य का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हो रही हैं।
चेन्नई, प्रेट्र। द्रमुक ने राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के दो प्रत्याशी घोषित कर दिए। इसके साथ ही द्रमुक के समर्थन से तमिलनाडु से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राज्यसभा पहुंचने की संभावनाओं पर विराम लग गया है। द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि एक सीट वाइको की एमडीएमके के लिए छोड़ी जा रही है।
स्टालिन के बयान के मुताबिक ट्रेड यूनियन नेता एम षणमुगम और वरिष्ठ अधिवक्ता पी विल्सन 18 जुलाई को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के लिए पार्टी की तरफ से प्रत्याशी होंगे। स्टालिन ने कहा, 'एमडीएमके को अन्य सीट आवंटित की जा रही है।'
दरअसल, द्रमुक ने लोकसभा चुनाव पूर्व समझौते के तहत एमडीएमके को एक राज्यसभा सीट आवंटित करने पर सहमति व्यक्त की थी। हालांकि इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि असम से राज्यसभा सदस्य रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्रमुक के समर्थन से तमिलनाडु से राज्यसभा प्रत्याशी होंगे।
तमिलनाडु से राज्यसभा की छह सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 18 जुलाई को होंगे। यह सीटें अगले महीने अन्नाद्रमुक के चार, द्रमुक के एक और भाकपा के एक सदस्य का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हो रही हैं। 234 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 123 विधायक हैं जबकि द्रमुक के 100 विधायक हैं। सदन में द्रमुक की सहयोगी कांग्रेस के सात और आइयूएमएल का एक विधायक है।
एएमएमके नेता टीटीवी दिनाकरन निर्दलीय विधायक हैं। दो स्थान रिक्त हैं। एक सदस्य को जीतने के लिए 34 विधायकों की आवश्यकता होगी।