मायावती के खास रहे नसीमुद्दीन समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल
बसपा से निष्कासित होने के बाद नसीमुद्दीन ने समर्थकों के साथ राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा नाम की एक नई पार्टी बना ली थी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बसपा से निष्कासित पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गुरुवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उसके साथ इस दौरान बसपा को छोड़ चुके दर्जनों पूर्व मंत्री, विधायक और पदाधिकारियों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव गुलाम नबी आजाद और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। बसपा से निष्कासित होने के बाद नसीमुद्दीन ने समर्थकों के साथ राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा नाम की एक नई पार्टी बना ली थी।
बसपा छोड़ चुके इन नेताओं को कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई है। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूती मिलेगी। साथ ही लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को इसका फायदा मिलेगा। कांग्रेस में बसपा छोड़कर आने वालों को शामिल करने से बसपा के साथ संबंधों पर पड़ने वाले किसी भी असर को पार्टी ने नकार दिया। कांग्रेस ने कहा कि किसी के आने-जाने से पार्टी के साथ संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ता है। लोकसभा चुनाव से पहले सभी दलों के साथ होने वाले प्रस्तावित महा-गठबंधन पर भी इससे कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा ने भी उनके कई पदाधिकारियों को अपनी पार्टी में शामिल कराया था। नसीमुद्दीन के साथ जिन प्रमुख नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली है, उनमें पूर्व मंत्री ओपी सिंह, रघुनाथ प्रसाद, अनिल अवाना, वीरेंद्र व्यास, अली यूसूफ आदि शामिल है। बसपा में रहते हुए नसीमुद्दीन की पहचान एक उत्तर प्रदेश के एक बड़े मुस्लिम नेता के तौर पर रही है। इस दौरान पार्टी में उनका कद भी काफी बड़ा था। उन्हें मायावती का काफी विश्वस्त माना जाता था।