संबंधों को मजबूती देने के लिए पांच दिवसीय दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर सुषमा स्वराज
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पांच दिवसीय दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हैं। दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच राजनयिक संबंधों के 25 साल पूरे हो चुके हैं।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पांच दिवसीय दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हैं। वहां पर वे दक्षिण अफ्रीका के बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगी। साथ ही ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) और आइबीएसए (भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका) की बैठकों में हिस्सा लेंगी। ब्रिक्स की विदेश मंत्री स्तर की बैठक चार जून को होगी, जबकि तीन देशों के समूह आइबीएसए में वैश्विक मुद्दों पर तालमेल को और बढ़ाया जाएगा।
विदेश मंत्रलय के अनुसार सुषमा महात्मा गांधी को पीटर मैरिट्जबर्ग स्टेशन पर ट्रेन से नीचे फेंके जाने की घटना की 125वीं वर्षगांठ के सिलसिले में आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगी। इस घटना को दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत के तौर पर प्रस्तुत किया जाएगा। छह जून को वह फीनिक्स जाएंगी जहां महात्मा गांधी ने अहिंसा की अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाया। युवाओं के एक कार्यक्रम में वह ओलिवर तांबो और दीनदयाल उपाध्याय पर एक डाक टिकट भी जारी करेंगी। तांबो दक्षिण अफ्रीका के क्रांतिकारी नेता थे।
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि स्वराज वहां आयोजित एक युवा शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगी जहां दक्षिण अफ्रीका के 20 युवा और भारत के पांच युवा गांधी दर्शन की प्रासंगिकता पर बात करेंगे।
आपको बता दें कि, दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच राजनयिक संबंधों के 25 साल पूरे हो चुके हैं इस वजह से भी वर्ष 2018 में सुषमा स्वराज का ये दौरा अहम माना जा रहा है। इसी समय में नेल्सन मंडेला की 100 वीं जन्मशती भी है। कहा गया कि विदेश मंत्री की इस यात्रा से दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के करीबी और दीर्घकालिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।"