छत्तीसगढ़ में PM मोदी की सुरक्षा में तैनात होंगे पांच हजार स्पेशल कमांडो, रोड शो न करने की सलाह
छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी की रैली में पांच हजार स्पेशल कमांडो तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
रायपुर (नईदुनिया)। न्यूज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की नक्सली साजिश का मामला सामने आने के बाद वह पहली बार नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं। वह भिलाई में 14 जून को रैली करेंगे। इसको देखते हुए खुफिया एजेंसियों व सुरक्षा बलों ने अलर्ट घोषित किया है। इसके बाद मोदी की रैली में पांच हजार स्पेशल कमांडो तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
छत्तीसगढ़ के पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने बताया कि मोदी की सुरक्षा के लिए दुर्ग रेंज आईजी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। पुलिस टीम के अलावा स्पेशल इंटेलिजेंस ब्यूरो और 5000 स्पेशल कमांडो की टीम अलग से तैनात की जा रही है। वहीं, मोदी की सुरक्षा का जिम्मा संभालने के लिए 12 जून को एसपीजी की टीम छत्तीसगढ़ पहुंच रही है। सिमी के स्लीपर सेल की भी रिपोर्ट तलब केंद्रीय गृृह मंत्रालय ने राज्य पुलिस से राज्य के अलग-अलग शहरों में सिमी के स्लीपर सेल की भी रिपोर्ट भी तलब की है। वहीं, स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट और दुर्ग, भिलाई, रायपुर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
एसपीजी की मोदी को रोड शो न करने की सलाह
खुफिया सूत्रों के अनुसार एसपीजी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोड शो न करने की सलाह दी है। एसपीजी के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी की अंदरूनी सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले सीपीजी (क्लोज्ड प्रोटेक्शन ग्रुप) के जवानों को हर स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट कर दिया गया है। सीपीजी के जवान हमेशा पीएम मोदी के आसपास ही रहते हैं और ये किसी भी हमलावर या आंतकी को चंद सेकंड के अंदर नेस्तनाबूद करने की क्षमता रखते हैं।
क्विक रिस्पॉन्स टीम भी भलाई पहुंची प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को लेकर एसपीजी की कैट (क्विक रिस्पॉन्स टीम) भी भिलाई पहुंच रही है। दुर्ग से सटे जिले रायपुर, राजनांदगांव, बालोद, धमतरी, गरियाबंद में एनआइए और आइबी की टीम प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए तैनात होगी। दुर्ग रेंज आईजी जीपी सिंह ने कहा कि सभास्थल पर सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों को तैनात किया जाएगा। सभा में दो लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है, इसलिए दस हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही ट्रैफिक के जवानों को अलग से तैनात किया जाएगा।