भारत-श्रीलंका शिखर बैठक: पीएम मोदी ने कहा- कंटेनर प्रोजेक्ट पर जल्द फैसला करें राजपक्षे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के पीएम महिंदा राजपक्षे की अगुवाई में शनिवार को दोनो देशों की पहली वर्चुअल शिखर बैठक हुई। पीएम मोदी ने आग्रह किया कि ईस्ट कंटेनर प्रोजेक्ट पर जल्द से निर्णायक फैसला होना चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के पीएम महिंदा राजपक्षे की अगुवाई में शनिवार को दोनो देशों की पहली वर्चुअल शिखर बैठक का माहौल वैसे तो शानदार था। पीएम मोदी ने श्रीलंका के बौद्ध स्थलों को विकसित करने के लिए 1.5 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त मदद का ऐलान किया।
पड़ोसी देश में बौद्ध स्थलों के विकास के लिए 1.5 करोड़ डॉलर देगा भारत
श्रीलंका ने भी रक्षा व कारोबारी रिश्ते को और मजबूत करने की बात कही, लेकिन राजपक्षे ने कोलंबो पोर्ट के पास भारत व जापान के सहयोग से बनाये जाने वाले ईस्ट कंटेनर प्रोजेक्ट को लेकर कोई ठोस सहमति नहीं दी। इस परियोजना के संबंध में तीनों देशों के बीच पिछले वर्ष ही समझौता हुआ था और अब श्रीलंका सरकार ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
वर्चुअल शिखर बैठक में पीएम मोदी ने उठाया ईस्ट कंटेनर प्रोजेक्ट मुद्दा
शिखर वार्ता के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीएम मोदी की तरफ से ईस्ट कंटेनर प्रोजेक्ट (ईसीपी) का मुद्दा उठाया गया। मोदी ने आग्रह किया कि इस परियोजना पर जल्द से निर्णायक फैसला होना चाहिए। राजपक्षे पिछले महीने ही संसदीय चुनाव में भारी बहुमत से जीत कर सरकार बनाने में सफल रहे हैं।
श्रीलंका का चीन के प्रति पुराना रवैया भारत के लिए चिंता का सबब
सरकार बनाने के बाद पहली शिखर बैठक भारत के साथ आयोजित कर उन्होंने द्विपक्षीय रिश्तों के प्रति गंभीरता तो दिखाई है, लेकिन चीन के प्रति उनका पुराना रवैया भारत की एक बड़ी चिंता का कारण है। सनद रहे कि पूर्व में सिरीसेना की सरकार के कार्यकाल में किये गये ईपीसी की समीक्षा करने के लिए राजपक्षे सरकार ने जुलाई, 2020 में एक समिति बना दी थी, लेकिन चीन की तरफ से निर्मित होने वाले हमबनतोता पोर्ट को हरी झंडी दिखा दी गई है। जबकि इस पोर्ट को लेकर श्रीलंका के भीतर कई तरह से सवाल उठाये गये थे।
पीएम मोदी ने श्रीलंका से कहा- द्विपक्षीय रिश्तों में नए अध्याय की शुरुआत का समय आ गया
शिखर बैठक में पीएम मोदी ने दोनो देशों के हजारों वर्ष पुराने रिश्ते को याद किया और कहा कि अब समय आ गया है कि द्विपक्षीय रिश्तों में नए अध्याय की शुरुआत की जाए। इस क्रम में भारत की तरफ से 1.5 करोड़ डालर की मदद पड़ोसी देश के बौद्ध स्थलों के विकास के लिए देने की घोषणा की गई है। साथ ही कुशीनगर में जल्द ही शुरु होने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहली उड़ान बौद्ध तीर्थयात्रियों को लेकर श्रीलंका से लाने की घोषणा भी की गई है। पीएम राजपक्षे ने कोविड से लड़ने में और दूसरे वित्तीय मदद समय पर उपलब्ध खराने के लिए भारत के प्रति आभार व्यक्त किया।
क्या है ईस्ट कंटेनर प्रोजेक्ट
वर्ष 2019 में जापान, भारत, श्रीलंका में हुआ समझौता जिसके तहत कोलंबो पोर्ट के पास ही एक कंटेनर टर्मिनल का होना है निर्माण।