छत्तीसगढ़: अटल विकास यात्रा के पहले दिन फोकस में 'कमल गढ़'
सरकार ने इसे राज्य निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करते हुए इसे अटल विकास यात्रा का नाम दे दिया है।
संजीत कुमार, रायपुर, नईदुनिया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विकास यात्रा का दूसरा चरण पांच सितंबर से शुरू हो रहा है। सरकार ने इसे राज्य निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करते हुए इसे अटल विकास यात्रा का नाम दे दिया है। यात्रा के पहला दिन पूरा फोकस 'कमल गढ़' पर है। यानी पहले दिन सीएम जिन चार विधानसभा सीटों पर जाएंगे, वहा न केवल अभी बल्कि बीते लंबे समय से भाजपा के कब्जे में हैं। वहीं, दूसरे दिन की शुरूआत भाजपा विधायक के क्षेत्र से होगी, लेकिन इसके बाद जिन सीटों पर सीएम जाएंगे, उनमें से ज्यादातर पर कांग्रेस का कब्जा है।
देवी शरणम् गच्छामि
प्रदेश की सत्ता में चौथी पारी खेलने की तैयारी में जुटी सरकार ने विकास यात्रा के पहले चरण की शुस्र्आत 12 मई को दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर से की थी। तब केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाने आए थे। दूसरे चरण की शुरूआत डोंगरगढ़ की बम्लेश्वरी मंदिर से होगी। इसे हरी झंडी दिखाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आ रहे हैं।
इस बार भूमिपूजन कम, लोकार्पण अधिक
विकास यात्रा के पहले चरण में करीब 29 हजार 500 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण हुआ था। इस बार भी 12 सौ करोड़ स्र्पये से अधिक का भूमिपूजन व लोकार्पण होगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार इस बार भूमिपूजन कम होंगे, लोकार्पण अधिक होगा।
बंटेगा 600 करोड़ का तेंदूपत्ता बोनस
विकास रथ पर सवार होकर निकल रहे मुख्यमंत्री डॉ. सिंह की झोली में इस बार जनता को बांटने के लिए करीब 600 करोड़ स्र्पये के तेंदूपत्ता बोनस, करीब 40 लाख स्मार्ट फोन व प्रेशर कूकर हैं। इसके अलावा आबादी भूमि पट्टा, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, ई- रिक्शा के साथ सीएम केंद्र व राज्य की विभिन्न् योजनाओं के हितग्राहियों को भी योजना का लाभ देंगे।
नई रेल लाइन के भूमिपूजन की संभावना
उच्च पदस्थ सरकारी सूत्रों के अनुसार अटल विकास यात्रा के पहले दिन डोंगरगढ़- कटघोरा रेल लाइन का भूमिपूजन हो सकता है। करीब 48 सौ करोड़ स्र्पये की इस परियोजना की कागजी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है।
65 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे सीएम
इस बार भी सीएम का विकास रथ राज्य की करीब 65 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार बस्तर व सरगुजा संभाग की जनजाति सीटों के साथ ही अनुसूचित जाति की सीटों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इस चरण में शामिल ज्यादातर सीटें फिलाहाल विपक्षी दल के पास है।
अटल विकास यात्रा का पहला दिन
डोंगरगढ़ से यात्रा की शुस्र्आत होगी। इस सीट पर तीन चुनाव से भाजपा काबिज है। वहां से सीएम हेलीकॉप्टर से सीधे तखतपुर जाएंगे। परिसीमन के बाद से इस पर भाजपा कब्जा। वहां से सीएम सीपत पहुंचेंगे। यह बेलतरा विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यहां भी तीन चुनाव से भाजपा काबिज। वहां से यात्रा बिलासपुर पहुंचेगी, जहां राज्य बनने के पहले से भाजपा काबिज है।
दूसरे दिन की यात्रा
दूसरे दिन की शुरूआत सरगुजा संभाग की पत्थलगांव सीट से होगी। वहां 2003 व 2008 में भाजपा हारी थी, पहली बार भाजपा जीती है। वहां से सीएम भाजपा विधायक वाली सीट भाटापारा होते हुए बलौदाबाजार पहुंचेंगे, जो फिलहाल कांग्रेस के कब्जे में है। भाटापारा भी पार्टी के लिए असुरक्षित सीट है। सीएम बस्तर संभाग के भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र जाएंगे। 2013 में भाजपा यह सीट हार गई है।