फारुक अब्दुल्ला ने कहा- चुनावी भाषण के दौरान भाषा में संयम बरतना चाहिए
फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी को देश का प्रधानमंत्री होने के नाते थोड़ा बड़ा सोचना चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने परिवारों को लेकर की जा रही बयानबाजी पर अपनी राय रखी है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आलोचना करने के लिए निशाना साधा। फारूक अब्दुल्ला, मनीष तिवारी की पुस्तक 'फेबल्स ऑफ फ्रैक्चर्ड टाइम्स' के विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री होने के कारण बड़ा सोच रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 'पीएम कहते हैं कि मेरी मां को गाली दी, मेरे बाप को गाली दी। क्या यह एक प्रधानमंत्री को शोभा देता है? मैंने कभी अपनी बातों में अपने माता-पिता का इस्तेमाल नहीं किया। इस देश का प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें थोड़ा बड़ा सोचना चाहिए।' उन्होंने आगे कहा कि नेहरू ने इस देश के लिए क्या योगदान दिया, यह जानने के लिए भाषा की गुणवत्ता खत्म होती जा रही है। इंदिरा गांधी ने इस देश को क्या दिया, उन्होंने अपना जीवन दिया। राजीव गांधी और अन्य प्रधानमंत्रियों ने क्या इस देश को बनाने के लिए अपना पूरा समय नहीं दिया? अगर हम यहां बैठे हैं तो उनकी वजह से ही बैठे हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे बताया था कि जब उन्होंने अपना पहला भाषण दिया था, तब नेहरू उनके पास गए और बोले- अटल, आप एक दिन इस देश के प्रधानमंत्री बनोगे, जबकि वह आरएसएस की पृष्ठभूमि से थे। अटल बिहारी वाजपेयी जानते थे कि यह देश एक से नहीं बन सकता। इस देश को अतीत में जिन्होंने भी बनाया है, उन्हें भूलाया नहीं जा सकता। उन्होंने आगे कहा कि जिस मुद्दे पर मैं कांग्रेस के खिलाफ हूं, वह यह कि उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न तब देना चाहिए था, जब वह स्वस्थ और जिन्दा थे।