National Handloom Day 2020: विदेश मंत्री ने 'हैंडलूम' पर जताया अभिमान, कहा- आत्मनिर्भर भारत का एक और पहलू
National Handloom Day 2020 हैंडलूम पर लाखों लोगों की आजीविका की निर्भरता बताते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत का एक और पहलू है।
नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस (National Handloom Day) के मौके पर शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हैंडलूम पर गर्व जताते हुए इसे 'आत्मनिर्भर भारत' का एक और पहलू करार दिया है। इस ट्वीट के साथ उन्होंने अपनी दो तस्वीरें भी शेयर की है। राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस मनाने के पीछे देश के सामाजिक आर्थिक विकास के क्षेत्र में 'हैंडलूम' के योगदान को उजागर करने व बुनकरों की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2015 में 7 अगस्त को राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के तौर पर घोषित किया था ताकि हैंडलूम उद्योग के महत्व को लेकर लोगों के बीच जागरुकता लाई जा सके।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी को टैग करते हुए उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस मना रहा हूं। इस परंपरा और विरासत को समर्थन करने पर मुझे गर्व है। इस पर लाखों लोगों की आजीविका निर्भर है।' इसके साथ उन्होंने हैशटैग 'वोकल फॉर हैंडमेड (Vocal for Handmade)' का इस्तेमाल किया है। तस्वीर में विदेश मंत्री ने हैंडलूम की हल्के रंग की शर्ट के साथ ब्राउन कलर का हाफ जैकेट पहना है और उसी रंग का मास्क लगा रखा है।
इस मौके पर आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश के विभिन्न प्रदेशों के बुनकरों से बात भी की। हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से अपील की थी कि हमें हैंडलूम की अपनी समृद्ध परंपरा और हुनरमंद बुनकरों के हुनर को दुनिया के सामने लाना चाहिए, ताकि इस विधा को अपेक्षित गति मिल सके।
1905 में ब्रिटिश सरकार द्वारा बंगाल के विभाजन के खिलाफ इसी दिन कलकत्ता टाउन हॉल में स्वदेशी मूवमेंट की शुरुआत हुई थी और इसलिए ही 7 अगस्त को राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया है। पहली बारचेन्नई स्थित मद्रास यूनिवर्सिटी में 7 अगस्त 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस की शुरुआत की गई।