Move to Jagran APP

भारत-पाक तनाव के बीच चीन पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, अहम मुद्दों पर होगी बातचीत

S Jaishankar Arrives in Beijing विदेश मंत्री एस जयशंकर आज चीन दौरे पर पहुचे हैं। अपना प संभालने के बाद विदेश मंत्री का पहला चीन दौरा है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Sun, 11 Aug 2019 09:47 AM (IST)Updated: Sun, 11 Aug 2019 02:54 PM (IST)
भारत-पाक तनाव के बीच चीन पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, अहम मुद्दों पर होगी बातचीत
भारत-पाक तनाव के बीच चीन पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, अहम मुद्दों पर होगी बातचीत

बीजिंग, प्रेट्र/एएनआइ। S Jaishankar Arrives in Beijing विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को अपनी दिवसीय यात्रा पर बीजिंग पहुंचे। विदेश मंत्री जयशंकर बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा के इंतजामों को अंतिम रूप देने के मुद्दे पर चीनी नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। विदेश मंत्री चीन में सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के आदान-प्रदान पर भारत-चीन उच्च स्तरीय तंत्र (HLM Meet) की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।अपना पद संभालने के बाद विदेश मंत्री की यह पहली चीन यात्रा है।

loksabha election banner

भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद जारी तनाव के हालात के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर इस दौरे पर जा रहे हैं। जयशंकर की यह यात्रा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी द्वारा चीनी नेतृत्व के साथ कश्मीर मुद्दे को उठाने और बीजिंग द्वारा संयुक्त राष्ट्र में मामले को उठाने के लिए समर्थन की मांग के बाद भी हुई है।

मोदी-जिनपिंग दूसरे शिखर सम्मेलन की तैयारी
अपना पद संभालने के बाद विदेश मंत्री की यह पहली चीन यात्रा होगी। 11 से 13 अगस्त के बीच अपनी इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए जमीन तैयार करने के लिए अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ दूसरी एचएलएम बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।

भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में, 'एचएलएम(HLM) पर्यटन, कला, फिल्म, मीडिया, संस्कृति और खेल जैसे क्षेत्रों में बेहतर आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों में अधिक तालमेल बनाने की इच्छा को दर्शाता है।'

पिछले साल अप्रैल में चीन के वुहान में मोदी और शी के बीच अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दौरान एचएलएम स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। पहली एचएलएम की बैठक पिछले साल 21 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'दूसरी एचएलएम बैठक(HLM), पहली एचएलएम बैठक के परिणामों का पालन करने और हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने के लिए नई पहलों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगी।'

बता दें, जयशंकर इस साल के अंत में आगामी उच्च-स्तरीय यात्राओं के साथ-साथ आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों सहित भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण सरगम ​​पर अपने चीनी समकक्ष के साथ विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।

बौखलाया पाकिस्तान, चीन का बयान
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखला उठा है।  पाकिस्तान ने भारत के कदम को खारिज करते हुए कहा कि वह भारत के इस कदम का मुकाबला करने के लिए सभी संभावित विकल्पों पर विचार करेगा। पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को कम करने का फैसला किया और द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित कर दिया, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया।

चीन ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के भारत के फैसले पर आपत्ति जताई थी, जिसके जवाब में नई दिल्ली ने सख्ती से कहा कि यह कदम एक आंतरिक मामला है।

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले हफ्ते बैंकॉक में वांग से मुलाकात की थी, जहां दोनों नेताओं ने भारत-चीन संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों और तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.