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कांग्रेस में पंजाब-राजस्थान की खटपट सुलझाने की कसरत निर्णायक दौर में, हाईकमान के साथ बैठक जल्‍द

कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब राजस्थान और केरल से लेकर गुजरात की प्रदेश इकाईयों की चल रही खटपट को सुलझाने की कसरत तेज कर दी है और इस क्रम में सभी गुटों के बीच संतुलन बनाने के लिए सुलह फार्मूले के विकल्पों पर सहमति बनाने की मंत्रणा चल रही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 08:42 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 11:39 PM (IST)
कांग्रेस में पंजाब-राजस्थान की खटपट सुलझाने की कसरत निर्णायक दौर में, हाईकमान के साथ बैठक जल्‍द
कांग्रेस में पंजाब-राजस्थान की खटपट सुलझाने की कसरत निर्णायक दौर में पहुंच गई है...

नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब, राजस्थान और केरल से लेकर गुजरात की प्रदेश इकाईयों की चल रही खटपट को सुलझाने की कसरत तेज कर दी है और इस क्रम में सभी गुटों के बीच संतुलन बनाने के लिए सुलह फार्मूले के विकल्पों पर सहमति बनाने की मंत्रणा चल रही है। सुलह के फार्मूलों पर पार्टी रणनीतिकारों की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से वार्ता लगभग अंतिम मुकाम पर पहुंच गई है और साफ संकेत हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू तथा सचिन पायलट की नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस हाईकमान जल्द ही इन दोनों मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेगा।

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राहुल और प्रियंका सक्रिय

पंजाब और राजस्थान की उठापटक कांग्रेस हाईकमान की इस समय सबसे बड़ी सियासी चिंता का सबब बनी हुई है और इसलिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों सुलह-समन्वय की कोशिशों की निरंतर समीक्षा कर रहे हैं।

बनाई जा रही निर्णायक बैठक की रूपरेखा

पार्टी सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सोनिया गांधी से इस हफ्ते के आखिर या अगले हफ्ते की शुरूआत में निर्णायक बैठक की रूपरेखा बनाई जा रही है ताकि पंजाब कांग्रेस के संकट का हल निकालते हुए सिद्धू को समायोजित करा उनकी वापसी करायी जा सके।

सिद्धू की सत्ता में वापसी संभव

समझा जाता है कि कैप्टन मध्यमार्ग पर चलते हुए सिद्धू की सत्ता में सम्माजनक वापसी का रास्ता देने के लिए लगभग तैयार हो गए हैं मगर सूबे में समानांतर पावर सेंटर बनने की कोई गुंजाइश नहीं देना चाहते और इसलिए सिद्धू को भी कुछ हद तक लचीला होने के लिए समझाया जा रहा है। इसी तरह अशोक गहलोत की भी सोनिया गांधी के साथ यथाशीघ्र बैठक की संभावनाओं को नकारा नहीं जा रहा।

राजस्‍थान में प्रियंका ने संभाला मोर्चा

राजस्थान के खटपट को सुलझाने के लिए प्रियंका गांधी खुद पूरी तरह सक्रिय हैं और सचिन पायलट से सीधे संपर्क में हैं। वहीं केरल कांग्रेस संगठन और विधायक दल में हुए बड़े बदलाव से पनपे असंतोष को देखते हुए हाईकमान ने सूबे के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथेला को भी बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया है। पिछली विधानसभा में नेता विपक्ष रमेश को नई विधानसभा में उनके पद से हटा दिया गया है और इसको लेकर उन्होंने अपनी नाराजगी खुले तौर पर जाहिर भी की थी और इसके मद्देनजर ही सोनिया और राहुल दोनों से उनकी मुलाकात होगी।

पंजाब में बड़ी सियासी बढ़त

कांग्रेस की राज्य इकाईयों में जारी इस गहमागहमी के बीच ही गुरुवार को पंजाब के प्रभारी महासचिव हरीश रावत के साथ खैरा और उनके दो अन्य साथी विधायकों जगदेव सिंह कमालू और पिरमल सिंह ने राहुल से मुलाकात कर अपने दल पंजाब एकता पार्टी के कांग्रेस में विलय की प्रक्रिया पूरी करने की घोषणा की। खैरा ने आप नेता दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब के लिए जिन लोगों का दिल धड़कता है उन्हें कांग्रेस से जोड़ने के लिए वे पूरा प्रयास करेंगे। राहुल के साथ पंजाब को लेकर हुई बैठक को खैरा ने बेहद सार्थक करार दिया। 


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